क्या AI की बात मानकर युवक ने कर लिया सुसाइड? पिता ने की चैटबॉट कंपनी की शिकायत

लखनऊ के समतामूलक चौराहे पर एक युवक शव मिला था. पुलिस इसे एक सड़क दुर्घटना ही मान रही थी. लेकिन अब युवक के पिता ने एआई चैटबॉट पर उसके बेटे को सुसाइड के लिए उकसाने का आरोप लगाया है. उनके मुताबिक युवक का मोबाइल देखने पर पता चला कि वह एआई चैटबॉट से बिना दर्द के मरने के तरीके पूछ रहा था.

क्या एआई चैटबॉट बनी युवक के सुसाइड करने की वजह

लखनऊ के गोमतीनगर इलाके से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां रहने वाले एक परिवार ने दावा किया है कि उनके 22 वर्षीय बेटे ने 3 सितंबर को एक एआई चैटबॉट से प्रभावित होकर अपनी जान ले ली. युवक के पिता ने अब पुलिस कमिश्नर और मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से चलाए जाने वाले इंटीग्रेटे़ड ग्रीवेंस रिड्रेसल सिस्टम पर इसकी शिकायत की है. उन्होंने सरकार से मांग की है कि एआई कंपनी के खिलाफ तकनीक के ज़रिए आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया जाए.

3 सितंबर की रात लखनऊ के समतामूलक चौराहे पर युवक का शव मिला था. उसके सिर पर गंभीर चोटों के निशान थे. शुरुआत में पुलिस ने इसे एक आम सड़क दुर्घटना के तौर पर लिया.लेकिन जब युवक के परिवार ने उसका लैपटॉप चेक किया तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई. युवक के पिता के मुताबिक उसके डिवाइस पर चैट संदेशों से पता चला कि अयान एक एआई चैटबॉट से बात कर रहा था. इस दौरान वह एआई चैटबॉट से बिना दर्द के मरने के तरीके पूछ रहा था.

क्या चैटबॉट ने सुसाइड के लिए उकसाया?

युवक के पिता का कहना है कि चैटबॉट ने ऐसी जानकारी और इमोशनल जवाब दिए जिससे वह आत्महत्या के लिए प्रेरित हुआ. उन्होंने आरोप लगाया कि एआई चैटबॉट ने बेटे के सवालों को खारिज करने और मानसिक स्वास्थ्य सहायता लेने की बजाय उसके सवालों को जवाब दिया और बातचीत जारी रखी. चैटबॉट ने न तो बातचीत रोकी और न ही अधिकारियों को सूचित किया.

पुलिस मान रही है दुर्घटना

बता दें युवक एक निजी कंपनी में काम करता था. वह पिछले कुछ समय से अवसाद से जूझ रहा था. फिलहाल, पुलिस इस मामले को एक दुर्घटना मान रही है. जांच अधिकारी हिमांशु द्विवेदी ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ तेज गाड़ी चलाने, उपद्रव करने, लापरवाहीपूर्ण काम करने से संबंधि बीएनएस धाराएं 281, 324, 106 लगाकर प्राथमिकी दर्ज की गई है. जांच अधिकारी के मुताबिक ऐसा लग रहा है कि युवक अपने दोपहिया वाहन चलाते समय डिवाइडर से टकराया होगा.