यूपी में शीतलहर की एंट्री, कई जिलों में दमघोंटू हुई हवा, जानें अपने शहर का हाल
उत्तर प्रदेश में ठंड के साथ प्रदूषण भी अपना कहर दिखा रहा है. नोएडा-गाजियाबाद में एक्यूआई इंडेक्स लगातार कई दिनों से 400 पार दर्ज किया जा रहा है. फिलहाल, स्थिति को देखते हुए यहां ग्रैप- 3 के नियम लागू कर दिए गए हैं. वहीं, प्रदेश के अन्य शहर जैसे वाराणसी और लखनऊ में पॉल्यूशन लेवल 200 के रिकॉर्ड किया गया है.
उत्तर प्रदेश में ठंड ने अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है. कई जिलों में पारा गिरकर डिग्री से नीचे पहुंच गया. शीतलहर की भी शुरुआत हो गई है. सुबह के वक्त कोहरा नजर आ रहा है जिससे विजिबिलिटी पर असर नजर आ रहा है. ठंड से बचने के लिए लोगों ने गर्म कपड़े भी निकाल लिया है.
अक्टूबर महीने में तापमान में ज्यादा रहने के चलते कई विशेषज्ञों ने दावा किया था कि इस बार ठंड का कहर कम रहेगा. लेकिन, नवंबर के शुरुआती हफ्ते में ही ये दावे फेल साबित होते नजर आ रहे हैं. ठंड अब असल रूप दिखाते नजर आ रहा है. हवाओं में ठंडक बढ़ गई है. लोगों को गलन महसूस होने लगी है.
फिलहाल, प्रदेश में ग्रीन जोन की स्थिति
मौसम विभाग के मुताबिक अभी उत्तर प्रदेश में ग्रीन जोन की स्थिति है. बुधवार यानी 12 नवंबर को सुबह हल्का कोहरा नजर आया लेकिन के दिन के वक्त मौसम साफ रहेगा. लेकिन पहाड़ों पर बर्फबारी और पछुआ हवाओं का असर प्रदेश में साफ गलन के तौर पर नजर आएगा.
प्रदूषण का स्तर बेहद गंभीर
प्रदेश के कई जिलों में प्रदूषण की स्थिति बेहद गंभीर हो गई है. कई शहरों में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 400 के पार चला गया है. नोएडा और गाजियाबाद में आज भी पीएम 2.5 का एक्यूआई 445 के पास दर्ज किया गया. मेरठ में वायु गुणवत्ता सूचकांच 349 रिकॉर्ड किया गया. इसके अलावा लखनऊ में 198 और वाराणसी में 154 एक्यूआई इंडेक्स पाया गया.
नोएडा, गाजियाबाद में ग्रैप-3 लागू
बता दें कि प्रदूषण की जो स्थिति है वह बेहद खतरनाक होती जा रही है. लंबे समय तक ऐसी आबोहवा के संपर्क में रहने से लोगों को सांस संबंधी बीमारी हो सकती है. फेफड़े और हृदय रोग से संबंधित लोग अधिक प्रभावित होते हैं. ऐसे में खुद का ख्याल रखने की खास जरूरत है. घर से बाहर निकलते हुए मास्क का जरूर इस्तेमाल करें. फिलहाल, सरकार की तरफ प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए नोएडा और गाजियाबाद में ग्रैप-3 लागू कर दिया गया है.
क्या है ग्रैप 3?
ग्रैप का अर्थ ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान होता है.यह योजना वायु प्रदूषण के लेवल को बताती है. इसे तब लागू किया जाता है जब हवा में मौजूद प्रदूषण से इंसानों को नुकसान पहुंचने लगता है. इसमें प्रदूषण को कम करने के लिए कई उपाय अपनाए जाते हैं. ग्रैप को कुल 4 स्तर पर लागू किया जा सकता है, जो पॉल्यूशन की स्थिति के आधार पर तय किया जाता है. फिलहाल,ग्रैप-3 लागू होने के बाद नोएडा-गाजियाबाद में तमाम तरह के कंस्ट्रक्शन पर रोक रहेगा. स्टोन क्रशर और माइनिंग जैसी चीजें भी पूरी तरह से बंद रखी जाएंगी. डीजल जेनरेटर के इस्तेमाल पर रोक रहेगी.
पिछले 24 घंटे ऐसा रहा मौसम
पिछले 24 घंटे के दौरान कानपुर 9 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे ठंडा जिला रहा है. फिर इटावा 9.2, उसके बाद मेरठ 10.5 और फुरसतगंज 10.6 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया. इसके अलावा बरेली में मिनिमम टेंपरेचर 11 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.
न्यूनतम तापमान के साथ-साथ कानपुर में अधिकतम तापमान भी सबसे ज्यादा रिकॉर्ड किया गया. यहां 30.6 डिग्री अधिकतम तापमान रहा. फिर बस्ती 30, बहराइच 29.6 और वाराणसी में 29.5 मैक्सिमम टेंपरेचर रहा. वहीं, 29.4 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान रिकॉर्ड किया गया.