बलिया में बनता है 4 प्रकार का लिट्टी चोखा, स्वाद दुनिया भर में मशहूर

16 June, 2025

बलिया के लिट्टी चोखा का स्वाद पूरी दुनिया में मशहूर है. बलिया का लिट्टी चोखा सिर्फ खाने का व्यंजन ही नहीं बल्कि स्वादिष्ट और पौष्टिक भी है.

बलिया का लिटृटी चोखा

अगर हम बात करें कि लिट्टी चोखा बनता कैसे हैं तो गेहूं के आटे में चने के सत्तू को भर जाता है. सत्तू को बनाने के लिए उसमें कई चीजे डाली जाती है.

कैसे बनता है?

 मुख्य रूप से इसमें कटा हुआ प्याज, लहसुन, हरी मिर्च, अजवाइन-मंगरैल, नींबू का रस, अचार का मसाला और स्वादानुसार नमक डालकर तैयार किया जाता है.

क्या-क्या मिलाया जाता है?

फिर आटे के अंदर भरकर के इसको अंगीठी पर पकाया जाता है. एक बार खाने के बाद बार-बार खाने की इच्छा बनी रहती है. बलिया का लिट्टी चोखा देश भर में मशहूर है.

अंगीठी पर पकाया जाता है

वहीं, बलिया की लिट्टी चोखा के दुकानदार ने बताया की अंग्रेजों के जमाने से यहां पर रेलवे स्टेशन के बाहर लिट्टी चोखा की दुकान  लगती चली आ रही है.

अंग्रेजों के जमाने से दुकान

यहां कई दुकानों पर चार प्रकार का लिट्टी चोखा बनता है और यहां से बनारस और लखनऊ तक सप्लाई भी जाता है. लोगों यहां आकर खाने के साथ पैक कराकर घर भी ले जाते हैं.

बनारस और लखनऊ तक सप्लाई

लोगों का कहना है कि लिट्टी चोखा पहले युद्ध के समय सैनिकों के लिए बनाई जाती थी, बाद में, यह व्यंजन पूरे क्षेत्र में लोकप्रिय हो गया और आज दुनिया भर में पसंद किया जाता है. 

युद्ध के समय सैनिकों का खाना

वह उस स्विमिंग पूल में भले ही थोड़ी देर नहा रहा लेकिन एक बार इस चलते-फिरते स्विमिंग पूल का आनंद वह जरूर उठा रहा है, जिससे उसकी गर्मी में बहुत राहत मिल रही है. छोटे बच्चे इस चलते फिरते स्विमिंग पूल में खूब मस्ती करते हुए दिखाई दे रहे हैं.

चलता-फिरता स्विमिंग पूल