10 AUG 2025
टीवी9, यूपी
हम में से अधिकतर लोग यह मानते हैं कि रोज नहाना एक जरूरी आदत है. यह साफ-सफाई, तरोताज़गी और स्वास्थ्य के लिए एक जरूरी नियम है. लेकिन हाल के वर्षों में स्किन एक्सपर्ट्स का नजरिया इस पर थोड़ा बदल गया है.
एक्सपर्ट्स मानते हैं कि स्किन की सेहत को बनाए रखने के लिए हमें नहाने के तरीके को समझदारी से अपनाना चाहिए. ज्यादा नहाना स्किन को नुकसान पहुंचा सकता है.
कई मेडिकल संस्थानों ने बताया है कि हफ्ते में 2 से 3 बार नहाना पर्याप्त हो सकता है. खासकर उन लोगों के लिए जो शारीरिक गतिविधि नहीं करते हैं. रोज़ नहाने से त्वचा की नैचुरल ऑयल परत कम हो सकती है.
एक्सपर्ट्स मानते हैं कि नैचुरल ऑयल परत हमारी स्किन को बैक्टीरिया, धूल और प्रदूषण से बचाती है. बार-बार नहाने से यह परत घटने लगती है. इससे ड्रायनेस, इचिंग और एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
खासतौर पर जिनकी स्किन सेंसिटिव या ड्राई है, उन्हें रोज़ साबुन या हार्श क्लीनर का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए. रिसर्च में पाया गया है कि बहुत ज्यादा नहाने से शरीर की माइक्रोबायोम बैलेंस भी बिगड़ सकता है.
हालांकि, अगर आप गर्म और उमस भरे मौसम में रहते हैं, एक्सरसाइज़ करते हैं या आपको पसीना ज्यादा आता है तो आपको रोज़ नहाना चाहिए. लेकिन साबुन के इस्तेमाल से बचना चाहिए.
आजकल नए ट्रेंड में बदलाव हुए हैं. 'क्लीन बट स्मार्ट' अप्रोच तेजी से लोकप्रिय हो रही है. जिसमें लोग सिर्फ जरूरी अंगों जैसे अंडरआर्म्स, प्राइवेट पार्ट्स और फेस को ही रोज़ धोते हैं.
साथ ही आजकल लोग पूरे शरीर पर साबुन का इस्तेमाल करने से भी बचते हैं. यह स्किन को रैशेज और सूखेपन से बचाता है. साथ ही स्किन की नमी और नैचुरल हेल्थ बनी रहती है.