MNC कंपनी छोड़ी, 46 किलो वजन घटाया और गाजीपुर का अमन बन गया वायुसेना में अफसर
16 June, 2025
गाजीपुर की मिट्टी में देश सेवा की ऐसी शोधी महक आती है कि यहां का हर युवा देश सेवा के लिए जाना चाहता है. इसके लिए भले ही उन्हें कुछ भी क्यों ना कर गुजरना पड़े. ऐसा ही कुछ गाजीपुर के करंडा इलाके के रहने वाले अमन कुमार सिंह ने किया है.
गाजीपुर की मिट्टी में देश सेवा
गाजीपुर के अमन ने वायुसेना में अफसर बनकर परिवार गांव और जनपद का मान बढ़ाया है. उन्हें वायुसेना में फ्लाइंग अफसर के रूप में कमीशन मिला है. अमन सिंह ने फ्लाइंग ऑफिसर की ट्रेनिंग वायुसेना अकादमी हैदराबाद में की है.
वायुसेना में फ्लाइंग अफसर
खास बात ये है कि अमन अपने परिवार की चौथी पीढ़ी से हैं जिन्हें अब देश की सेवा करने का मौका मिला है. अमन के परदादा आर्मी में, दादा नौसेना में और उनके पिता मनोज सिंह वायुसेना में रहे हैं. अब देश सेवा की बारी अमन की है.
परिवार की चौथी पीढ़ी से हैं
हालांकि, यहां तक पहुंचने में अमन को रास्ते में कड़ी तपस्या और कठिन परीक्षाओं से गुजरना पड़ा है. सेना में जाने की खानदानी इच्छा शक्ति ने अमन को सब कुछ त्यागने पर भी मजबूर किया. उन्होंने मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी भी छोड़ दी.
एमएनसी की नौकरी छोड़ी
अमन कुमार सिंह कोविड-19 से पहले एमएनसी कंपनी में नौकरी करते थे. उस समय उनका वजन काफी बढ़ा हुआ था. लेकिन डिफेंस में जाने की इच्छा शक्ति ने उन्हें अपना वजन 46 किलो तक कम किया. पहले उनका वजह करीब 108 किलो था
46 किलो वजन कम किया
एयर फोर्स अकादमी हैदराबाद में एक साल की कड़ी ट्रेनिंग और कड़ी मेहनत के बाद अमन को कमीशन मिला है. वह अगले तीन महीने तक अकादमी में एडवांस ट्रेनिंग करेंगे. इसके बाद वायुसेना में फ्लाइंग ऑफिसर के पद पर पोस्टिंग होगी.
तीन महीने करेंगे एडवांस ट्रेनिंग
कहते हैं कि अगर किसी चीज की चाहत हो और उसके पीछे आप कड़ी मेहनत करें तो उसे पाना नामुमकिन नहीं है. गाजीपुर के अमन ने सेना में भर्ती होने की चाहत रखने वाले युवाओं के लिए ऐसी ही मिसाल पेश की है.
युवाओं के लिए पेश की मिसाल
कंपनी बाग में पुष्प प्रजनक डॉ पूनम सिंह यादव ने बताया यह साइकस का पेड़ बहुत ही पुराना है. साइकस में आमतौर पर शाखाएं नहीं होती हैं शाखाओं सहित साइकस का पेड़ इसी केंद्र पर स्थापित है और इस पेड़ को देखने के लिए बहुत लोग आते हैं.