कालाकलमी, दशहरी, लंगड़ा… कैसे बिजनौर वालों की तकदीर बदल रहा है आम?

17 June, 2025

पिछले दो महीनों से चल रही साउथ इंडिया के आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडू की आम फसल अपने एंड की ओर है. वहीं, अब नार्थ इंडिया के प्रदेशों के आम दुनिया भर के बाजारों में पहुंच कर धूम मचा दी है.

भारत के आमों की धूम

यूपी के आचारी देशी, कालाकलमी, दशहरी और बनारसी लंगडे आम की डिमांड हाई है. बिजनौर यूपी के बड़े आम उत्पादक जिले में से एक है यहां तीस हजार हेक्टेयर भूमि में आम के बाग है.

यूपी के आमों की डिमांड हाई

बिजनौर जिले में अलग-अलग किस्मों के आमों की पैदावार की जाती है. बिजनौर  से आम कई देशों को भी एक्सपोर्ट किया जाता है. जिसकी डिमांड अब दुनिया के देशों से आ रही है.

बिजनौर से विदेशों में एक्सपोर्ट

दशहरी, लंगडा बनारसी और चौसा वैरायटी के आमों  की मांग अरब देशों, कतर, दुबई , बहरीन, ओमान समेत बांगलादेश, नेपाल, आस्ट्रेलिया, इंग्लेंड, अमेरिका और जापान तक में है.

अरब से अमेरिका तक मांग

बिजनौर से सालाना 600 करोड़ रुपए के आमों की सप्लाई होती है. यहां स्थित SFC कंपनी के मालिक ने बताया उनका आम की पैदावार करने से लेकर विदेशी में एक्सपोर्ट का भी पुश्तैनी काम है.

600 करोड़ रुपए का कारोबार

मोहम्मद नाजिम शफी का परिवार करीब सौ साल से आम के कारोबार से जुड़ा है. SFC कंपनी रोजाना पंद्रह-बीस ट्रक आम डायरेक्ट देश और प्रदेशों के मंडियों में सप्लाई करती है.

100 साल से इस पेशे में

उन्होंने कहा कि बिजनौर की जमीन ही ऐसी है, आमों का स्वाद एक बार चख लिया तो कहीं और का आसानी से पंसद नहीं आएगा. जबरदस्त मिठास की वजह से यहां का आम हमेशा डिमांड में रहता है.

एक बार चख लिया तो...

बिजनौर की डीएम जसजीत कौर ने बताया जिले को गन्ने और आम की खेती की वजह से ही जाना जाता है. 10 हजार परिवार आम की बागबानी से जुड़े हुए है और करीब 1 लाख लोगों को रोजगार मिल रहा है.

1 लाख लोगों को रोजगार

उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार भी बागबानी को काफी बढ़ावा दे रही है. सरकारी सुविधाएं भी मुहैया कराई जाती है. प्रयास है कि आम उत्पादन में बिजनौर उत्तर प्रदेश में पहले नंबर पर आए. 

सरकार दे रही सहयोग

शिवम त्रिपाठी के दोस्त अभिषेक पांडेय ने बताया की पूर्णिमा के दिन मां विंध्यवासिनी धाम में हम मित्रों ने मिलकर शिवम त्रिपाठी के जन्मदिन पर मां विंध्यवासिनी का भव्य शृंगार कागजी मुद्रा में किया है. ये संध्या आरती में पहनाया गया.

संध्या आरती में पहनाया गया