19 Oct 2025
स्रोत: कान्हा अग्रवाल, टीवी9 मथुरा
अक्सर सवाल उठता है कि बांके बिहारी मंदिर में आने वाला चढ़ावा कौन रखता है? कोई कहता है कि गोस्वामी रखते हैं तो कोई कहता है कि कमेटी चढ़ावा रखती है. इस बात पर खूब बहस होती है.
ठाकुर जी को चढ़ावा दो रूप में आता है. पहला तो है न्योछावर, इसमें सोना, चांदी और नगदी मिलती है. इसे गोस्वामी रख लेते हैं, लेकिन दूसरा भेंट के रूप में काफी पैसा आता है. यह भेंट राशि मंदिर कमेटी रखती है.
बांके बिहारी मंदिर में 20 गुल्लक भी रखे हैं. इसमें भी काफी भक्त चढ़ावा डालते हैं. मंदिर कमेटी इसमें आने वाले दान की रकम का हिसाब रखती है.
मंदिर की गुल्लक पहले हर हफ्ते खुलती थी, लेकिन हाई पावर मैनेजमेंट कमेटी बनने के बाद इसे महीने में केवल एक बार खोला जाता है. इस दौरान करीब 25 लोग मौजूद रहते हैं.
ठाकुर जी के गुल्लक जब खुलने होते हैं तो मंदिर में कुछ देर के लिए दर्शन बंद कर दिया जाता है. बैंक कर्मी दानपात्र में पड़ी रकम की गणना करते हैं और अपने साथ ले जाते हैं.
दिनेश गोस्वामी के मुताबिक महीने में एक बार गुल्लक खुलने पर कम से कम 40 से 50 लाख दान इकट्ठा होता है. यह पैसा उसी समय बांके बिहारी महाराज के अकाउंट में जमा हो जाता है. इसी पैसे से मंदिर के खर्च वहन किए जाते हैं.