28 Aug 2025
TV9 UP
हिंदू धर्मग्रंथों में ब्रह्मचर्य व्रत के बारे में बताया गया है, जिसका पालन करना कठिन है. आमतौर पर चर्चाओं में ब्रह्मचर्य का मतलब बताया जाता है कि ऐसा शख्स जो महिलाओं से दूर रहता हो.
लेकिन, क्या आपको पता है कि शादीशुदा होते हुए भी ब्रह्मचर्य व्रत का पालन किया जा सकता है. इसके बारे में जगतगुरु रामभद्राचार्य ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया.
रामभद्राचार्य ने कहा कि शादीशुदा रहकर भी ब्रह्मचर्य जीवन का यापन किया जा सकता है.
उन्होंने बताया कि हमारे यहां की कहावत है कि एक नारी ब्रह्मचारी. यानी एक पत्नी के साथ रहने वाले को ब्रह्मचारी मान सकते हैं.
जगतगुरु ने बताया कि शादी के बाद अगर अपनी पत्नी के अलावा शख्स किसी और पत्नी पर भूलकर भी दृष्टि नहीं डालता है तो वो ब्रह्मचारी की श्रेणी में गिना जा सकता है.
उन्होंने तरुणौ रूप सम्पन्नौ सुकुमारौ महाबलौ, पुण्डरीकविशालाक्षौ चीरकृष्णाजिनाम्बरौ, फलमूलाशिनौ दान्तौ तापसौ ब्रह्मचारिणौ श्लोक का जिक्र किया. इस श्लोक में राम और लक्ष्मण को ब्रह्मचारी बताया गया है.