21 July 2025
TV9 HINDI
भारतीय रेलवे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है. यह देश के पुरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण सभी राज्यों को एक दूसरे से जोड़ता है.
भारत में सबसे पहले 16 अप्रैल, 1853 को पहली यात्री ट्रेन बोरीबंदर (मुंबई) से ठाणे के बीच चली थी. आजादी के बाद साल 1951 में भारतीय रेलवे का राष्ट्रीयकरण हुआ.
भारतीय रेलवे देश के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. उत्तर प्रदेश में आज भी एक ऐसी ट्रेन है, जो आजादी के पहले से आज तक चलती आ रही है.
हम बात कर रहे हैं यूपी की सबसे पुरानी ट्रेन की, जो आज भी देश की नई वंदे भारत ट्रेन को अपनी गति से टक्कर देती है. हालांकि, ये ट्रेन समय से साथ आधुनिक भी हुई है.
इस ट्रेन का नाम है लखनऊ मेल (12229). ये भारतीय रेलवे की पहली एलएचबी ट्रेन है, जो 24 डिब्बों के साथ स्थायी रूप से चलती है. साल 1956 में इसका नाम लखनऊ मेल किया गया.
इससे पहले इस ट्रेन का नाम लखनऊ एक्सप्रेस हुआ करता था, यह साल 1923 में शुरू हुई थी. लखनऊ मेल को ISO-9000 सर्टिफिकेट भी प्राप्त है.
2005-2006 के रेल बजट में लखनऊ मेल को सुपरफास्ट का दर्जा मिला था. 14 नवंबर 2018 तक लखनऊ मेल राजधानी के चारबाग रेलवे स्टेशन से संचालित होती थी.
ट्रेन इसके बाद लखनऊ जंक्शन से रवाना होने लगी. 15 अगस्त 2024 से लखनऊ मेल फिर से चारबाग रेलवे स्टेशन से संचालित होती है, जो 8 घंटे 40 मिनट में नई दिल्ली पहुंचती है.
यह वीवीआईपी ट्रेनों में सुमार है, जो रात करीब 10 बजे चलती है और सुबह 7 बजे के पास मंजिल तक पहुंचा देती है. 491 किलोमीटर की दूरी में लखनऊ मेल की केवल 7 स्टॉपेज है.
ट्रेन अधिकतम 130 KM और औसत स्पीड 70 KM प्रति घंटा से सफर करती है. पहले यह 4229/4230 से जाना जाता था, साल सुपरफास्ट होने पर साल 2015 से 12229 किया गया.