03 Dec, 2025

भक्त प्याज-लहसुन से परहेज क्यों करते हैं? प्रेमानंद महाराज ने असली कारण बताया

बहुत से लोगों को यह पक्का नहीं होता कि प्याज और लहसुन खाना चाहिए या नहीं. बहुत से लोग इन्हें खाते हैं, लेकिन धार्मिक समारोहों के दौरान इनसे बचते हैं.

प्याज-लहसुन खाना चाहिए या नहीं!

तो, सवाल यह है कि प्याज और लहसुन क्यों नहीं खाना चाहिए? क्या मांस और मछली की तरह प्याज और लहसुन खाना भी शाकाहारी लोगों के लिए पाप है?

शाकाहारी लोगों के लिए पाप है?

राधारानी के परम भक्त और संत प्रेमानंद जी महाराज ने इसके बारे में बताया है.  उन्होंने कहा कि प्याज-लहसुन का सेवन कोई पाप नहीं है. लेकिन भक्त सेवन नहीं करते हैं.

प्रेमानंद जी महाराज क्या बोलें?

प्रेमानंद महाराज कहते हैं- जैसे आलू पैदा होती है, उसी पद्धति से प्याज भी पैदा होती है. अंतर यह है कि उसका स्वभाव तमोगुणी है. यह क्रोध और काम पैदा कर सकता है.

प्याज का स्वभाव तमोगुणी

प्रेमानंद महाराज ने स्पष्ट किया कि प्याज-लहसुन का सेवन कोई पाप नहीं है. इसकी तुलना मांस और मछली से नहीं करनी चाहिए, क्योंकि मांस में जीव हिंसा होती है.

मांस-मछली से तुलना नहीं

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