DESH KI BAAT: ‘हिंदू टेरर’ की थ्योरी और मोहन भागवत को फंसाने की पूरी कहानी
गुरुवार को आए मालेगांव ब्लास्ट केस में NIA की स्पेशल कोर्ट के फैसले के बाद साध्वी प्रज्ञा और कर्नल पुरोहित समेत सभी 7 आरोपियों को बरी कर दिया गया। मालेगांव केस पर आए फैसले ने फिर बीजेपी और कांग्रेस को आमने सामने ला दिया
है। इस मामले में अब ‘भगवा आतंकवाद’ वाली राजनीति पर आ गया है। मामले की जांच महाराष्ट्र की एंटी टेररिस्ट स्क्वायड ने की थी और अब महाराष्ट्र ATS के पूर्व इंस्पेक्टर महबूब मुजावर ने बड़ा दावा किया और कहा कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत को गिरफ्तार करने का आदेश दिया गया था।