भतीजी की जासूसी के चक्कर में चाचा बना ‘औरत’, लेकिन हो गया कांड

अक्सर कहा जाता है कि चौबे जी गए थे छब्बे बनने और दुबे बनकर वापस आ गए… यानि गए थे किसी सही काम को करने के लिए मगर काम ऐसा बिगड़ा कि फिर संभाले नहीं संभला. ये बातें कानपुर में हुई एक घटना पर सटीक बैठती हैं, जहां एक शख्स को भीड़ ने तब पकड़ा जब वो महिलाओं के कपड़े पहनकर दो महिलाओं के साथ घूम रहा था. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि तीनों गली में चलते हुए अलग-अलग घरों के दरवाजे खटखटा रहे थे. जहां दरवाजा बंद मिलता, वहां से चुपचाप निकल जाते और यदि कोई बाहर आ जाता तो खाने-पीने का बहाना बनाने लगते.