जन्माष्टमी के 6 दिन बाद, वृंदावन के में ऐसे मनाया जा रहा है कन्हैया का छठी महोत्सव

वृंदावन के राधा दामोदर मंदिर में जन्माष्टमी के 6 दिन बाद कन्हैया का छठी महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस दौरान महाभिषेक, भव्य श्रृंगार, आरती के साथ- साथ कान्हा के लिए छप्पन भोग तैयार किए गए. बधाई के लिए दिनभर भक्तों का तांता लगा रहा.

जन्माष्टमी के 6 दिन बाद वृंदावन के राधा दामोदर मंदिर में धूमधाम से कन्हैया का छठी महोत्सव मनाया जा रहा है. इस दौरान मंदिर भक्तों का तांता लगा रहा. यहां पूरा माहौल कान्हा के रंग में रंगा दिखाई दे रहा है. भक्त कन्हैया पर अपने- अपने अंदाज में प्यार लुटाते नजर आए.
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सुबह ठाकुर जी का दूध, दही, शहद, शक्कर और गंगाजल से महाभिषेक किया गया. अभिषेक के दौरान भक्तों ने हरि नाम संकीर्तन के साथ भावपूर्ण दर्शन किए. इस दौरान भक्तों का भाव खासतौर से देखने को मिला. मंदिर में भक्त चरणामृत को बड़ी श्रद्धा से ग्रहण करते नजर आए.
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सेवायतों ने छठी महोत्सव के मौके पर टॉफी, खिलौने, कपड़े, बर्तन व पैसे लुटाकर बधाई दी. भक्तों में बधाई लूटने की होड़ मचती दिखाई दी. यह ब्रज की एक खास परंपरा है जो कृष्ण की बाल लीलाओं को सजीव करती दिखाई देती है.
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छठी महोत्सव पर ठाकुर जी का विशेष श्रृंगार किया गया। रत्न जड़ित मुकुट, पीताम्बर वस्त्र और फूलों की माला से सजे कान्हा के दर्शन भक्तों को भावविभोर कर गए. इसके पश्चात कन्हैया की आरती संपन्न हुई.
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संध्याकाल में ठाकुर जी को कढ़ी चावल के साथ- साथ छप्पन भोग लगाए गए. इस दौरान भक्तों ने श्रद्धा से कढ़ी-चावल का प्रसाद ग्रहण किया.
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महिलाएं ठाकुर जी के लिए पारंपरिक बधाई गीत गाती नजर आईं. ये परंपरा पूरे ब्रज में एक महीने तक चलती है, जिसमें नंदलाल के जन्म की बधाई, उल्लास और भक्ति का वातावरण चारों तरफ दिखाई देता है. इस दौरान कृष्ण की कई बाल लीलाओं का मंचन भी किया जाता है.
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