Kanha Agrawal

मैं कान्हा अग्रवाल, भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा से रिपोर्टर हूं. 9 साल के अनुभव में पिछले 3 साल से TV9 के साथ कार्य कर रहा हूं. धर्म की खबरों पर नजर रहती है. साथ ही राजनीति पर पकड़ बनी हुई है.

Kanha Agrawal

वृन्दावन के प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में 22 साल बाद भोग प्रसाद के लिए फिर से अपनी रसोई शुरू हो सकती है. सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी में आए इस प्रस्ताव पर सभी सदस्यों ने सहमति दी है. इससे उम्मीद है कि जल्द ही 22 साल पहले बंद हो चुकी इस परंपरा को फिर से शुरू कर दिया जाए. इस परंपरा के शुरू से भक्तों को भी प्रसाद मिल सकेगा.

बांके बिहारी मंदिर की हाई पावर मैनेजमेंट कमेटी की बैठक में कई निर्णय लिए गए हैं. मंदिर में प्रवेश और निकासी के लिए दो-दो गेट की व्यवस्था होगी. श्रद्धालुओं को व्यवस्थित दर्शन कराने के लिए स्टील की रेलिंग भी लगाई जाएगी. तोशखाना खोलने पर भी चर्चा हुई, जो 54 से बंद है. बैठक में कई मुद्दों पर मंथन हुआ है.

वृंदावन के प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर का खजाना खोला जाएगा. मंदिर में स्थित तोशाखाना 54 सालों से बंद है, आखिर बार इसे 1971 में खोला गया था. इसमें नवरत्न जड़े स्वर्ण कलश, कीमती आभूषण और ऐतिहासिक वस्तुएं हैं. इसके लिए एक पांच सदस्यीय समिति का गठन किया गया है.

अगर आप भी मथुरा में ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में दर्शन करने के लिए जाने की योजना बना रहे हैं और वीआईपी एंट्री लेना चाहते हैं तो अब यहां के नियमों में बदलाव किया गया है. मंदिर से दर्शन के समय को भी बदला गया है. जानते हैं क्या है नया समय.

वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में आम श्रद्धालुओं और वीआईपी भक्तों के बीच हुए मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में मंदिर के सुरक्षाकर्मियों द्वारा श्रद्धालुओं के साथ मारपीट की गई है. आरोप है कि श्रद्धालु मंदिर में VIP कटघरे से दर्शन करने जा रहे थे, जिन्हें सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया. इसी बात पर झड़प हुई थी.

वृंदावन में यमुना नदी की विनाशकारी बाढ़ से व्यापक तबाही मची है. इसी बीच संत प्रेमानंद ने स्टीमर में बैठकर प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित की. उन्होंने ब्रजवासियों को सब्र रखने की सलाह दी. कहा कि भगवान की कृपा से जल्द सबकुछ ठीक होगा. वहीं उन्होंने यमुना के इस रौद्र रूप को देखकर निराशा जाहिर की.

हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए लाखों क्यूसेक पानी ने मथुरा में तबाही मचाई है. यमुना नदी पिछले छह दिनों से खतरे के निशान (166 मीटर) से ऊपर बह रही है. गुरुवार सुबह 11 बजे जलस्तर 166.51 मीटर दर्ज किया गया. बांके बिहारी मंदिर की ओर जाने वाला मुख्य मार्ग बाढ़ की चपेट में है, जिससे […]

मथुरा के चर्चित संत प्रेमानंद महाराज को दिए गए चैलेंज को लेकर जगतगुरु रामभद्राचार्य पर संत समाज के कई लोग नाराज हैं. संत समाज के लोगों ने कहा कि रामभद्राचार्य को अपनी पद्म श्री की उपाधि लौटा देनी चाहिए.