गजब! UP पुलिस में बाप-बेटे एक साथ बने कॉन्सटेबल, जॉइनिंग लेटर मिलते ही गांव में मना जश्न; कैसे हुआ कमाल?

उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती में हापुड़ के यशपाल नागर और उनके बेटे शेखर दोनों को एक साथ नियुक्ति पत्र मिला है. दोनों अब एक साथ कॉन्स्टेबल बने हैं और एक साथ ट्रेनिंग पर जाएंगे. यशपाल पूर्व सैनिक है और साल 2019 में रिटायर होने के बाद पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे थे. बाप-बेटे दोनों ने एक-दूसरे से प्रतिस्पर्धा करते हुए यह सफलता प्राप्त की है.

हापुड़ में बाप बेटे को एक साथ मिली पुलिस की नौकरी Image Credit:

उत्तर प्रदेश में पुलिस भर्ती 2024 संपन्न हो चुकी है. रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री ने सभी 60 हजार चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किया. इस दौरान हापुड़ के यशपाल नागर और शेखर को भी नियुक्ति पत्र लेने पहुंचे थे. ये दोनों पिता पुत्र हैं और दोनों को एक साथ उत्तर प्रदेश पुलिस में नौकरी मिली है. नियुक्ति पत्र मिलने के बाद दोनों ने एक दूसरे को बधाई दी. इधर, ये खबर जैसे ही उनके गांव में पहुंची, लोग खुशी से भर गए.

यशपाल नागर हापुड़ के धौलाना थाना क्षेत्र के गांव उदयरामपुर नंगला के रहने वाले हैं. वह पहले फौज में थे और उनकी पोस्टिंग आर्मी ऑडिनेंस कोर में थी. 16 साल की नौकरी के बाद वह साल 2019 में रिटायर हो गए और उसी समय से पुलिस भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रहे थे. उनके साथ ही उनका बेटा शेखर भी इस परीक्षा के लिए पसीने बहा रहा था. दोनों एक साथ पढ़ाई करते और एक साथ रियाज करते थे. इस दौरान दोनों में खूब कंपटीशन था.

एसपी ने किया खुलासा

इसका फायदा भी उन्हें मिला और बाप-बेटे दोनों पुलिस भर्ती में पास हो गए. इसकी जानकारी लोगों को उस समय हुई, जब इन्हें नियुक्ति पत्र लेने के लिए एक साथ लखनऊ बुलाया गया. इसके लिए दोनों साथ में शनिवार को हापुड के नवीन मंडी पहुंचे, जहां से एसपी कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने ब्रीफिंग की और फिर इन दोनों को बधाई देते हुए बताया कि दोनों को एक साथ पुलिस सेवा के लिए चुना गया है. इसके बाद बाकी अभ्यर्थियों के साथ ये दोनों भी लखनऊ के डिफेंस एक्सपो सेंटर पहुंचे, जहां नियुक्ति पत्र प्राप्त किया.

गले लगकर दी एक दूसरे को बधाई

नियुक्ति पत्र मिलने के बाद शेखर ने अपने पिता का पैर छूकर आर्शीवाद लिया और उन्हें भी पुलिस सेवा में चुने जाने की बधाई दी. वहीं यशपाल नागर ने भी बेटे शेखर को गले लगाकर बधाई दी. इस दौरान यशपाल नागर ने बताया कि वह साल 2003 में आर्मी ऑर्डिनेंस कोर में भर्ती हुए थे. वहां 16 साल की नौकरी के बाद साल 2019 में रिटायर हो गए और उसी समय से पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे थे. दोनों ने अपनी सफलता का श्रेय एक दूसरे को दिया. कहा कि दोनों ने एक दूसरे से कंपटीशन किया और उसका फल आज मिला है.