‘साहब मैं जिंदा हूं, मेरा पोस्टमार्टम मत कराना’, ‘मृत’ घोषित युवक पहुंचा थाने, पुलिस रह गई दंग
कानपुर के घाटमपुर में एक हैरान करने वाली घटना घटी. जहां 'मृत' घोषित एक युवक थाने पहुंच गया. उसकी बहन ने एक लावारिस शव को उसका भाई समझ लिया था. पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया था. वहीं, 'मृत' घोषित युवक के जिंदा होने से पुलिस और परिजनों में हड़कंप मच गया.
कानपुर के घाटमपुर थाना क्षेत्र से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. जहां पुलिस द्वारा मृत घोषित किया गया युवक अचानक थाने पहुंचा और बोला साहब मैं जिंदा हूं, मेरा पोस्टमार्टम मत कराना. इस घटना ने पुलिस और परिजनों को हैरान कर दिया. अब पुलिस लावारिस शव की दोबारा शिनाख्त कराने में जुटी है.
घटना गुरुवार दोपहर घाटमपुर के मुख्य चौराहे पर हुई, जहां सड़क किनारे एक युवक का शव मिला. शव की शिनाख्त न होने पर पुलिस ने स्थानीय व्हाट्सएप ग्रुपों में इसकी तस्वीर शेयर की. देर शाम इदुरूख गांव की सुमन नाम की महिला ने शव की शिनाख्त अपने भाई अजय शंखवार के रूप में की. सुमन ने बताया कि शव का चेहरा उसके भाई से मिलता जुलता था और उसने लाल शर्ट और काली पैंट पहन रखी थी, जो अजय के कपड़ों से मेल खा रही थी.
बहन ने लावारिस शव को भाई का शव समझ लिया
इसी आधार पर पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए कानपुर भेज दिया. शुक्रवार को अजय शंखवार खुद घाटमपुर थाने पहुंचा और बताया कि वह जिंदा है. अजय ने बताया कि वह भीतरगांव कस्बे में ईंट भट्ठे पर मजदूरी करता है और उसके पास फोन नहीं है. वह सप्ताह में एक या दो बार किसी दूसरे के फोन से अपने परिजनों से बात करता है.
शुक्रवार को जब पुलिस उसकी तलाश में भट्ठे पर पहुंची तो उन्हें मामले की गंभीरता का अहसास हुआ. पुलिस ने बताया कि उसकी बहन ने लावारिस शव को उसका शव समझ लिया था, जिसके बाद पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू हो गई थी. अजय के थाने पहुंचने पर पुलिस ने तत्काल पोस्टमार्टम रुकवा दिया.
शव की पहचान करने में गलती हुई- पुलिस
घाटमपुर एसीपी कृष्णकांत यादव ने बताया कि शव की पहचान करने में गलती हुई है. अब पुलिस दोबारा शव की पहचान कराने का प्रयास कर रही है. अजय के जिंदा होने की खबर सुनकर उसके परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई. स्थानीय लोगों में यह घटना चर्चा का विषय बन गई है. पुलिस ने मामले की गहनता से जांच शुरू कर दी है, ताकि लावारिस शव की असली पहचान हो सके.