UP: महिला को बीजेपी दफ्तर में लाने वाले जिलाध्यक्ष पर गिरी गाज, पार्टी से निकाले गए

गोंडा भाजपा के जिलाध्यक्ष अमर किशोर कश्यप का राजनीतिक करियर आखिरकार वायरल वीडियो की भेंट चढ़ गया. इसी वीडियो के आधार पर उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. इस वीडियो में उन्हें एक महिला कार्यकर्ता के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिखाया गया है. इस घटना ने पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाया है.

बीजेपी नेता अमर किशोर

गोंडा बीजेपी के जिलाध्यक्ष अमर किशोर कश्यप को पार्टी से बाहर कर दिया गया है. उनके खिलाफ यह कार्रवाई एक वीडियो वायरल होने के बाद की गई है. बताया जा रहा है कि यह वीडियो बीजेपी ऑफिस के सीसीटीवी कैमरे में रिकार्ड हुआ था. इसमें पार्टी के जिलाध्यक्ष अमर कश्यप एक महिला कार्यकर्ता के साथ आपत्तिजनक स्थिति में नजर आए थे. उनके इस वीडियो की वजह से पार्टी की छवि को नुकसान हुआ. इस वीडियो को गंभीरता से लेते हुए पार्टी हाईकमान ने 18 दिन बाद उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया है.

बता दें कि इस वायरल वीडियो को लेकर उत्तर प्रदेश में बीजेपी की काफी किरकिरी हुई थी. इस वीडियो को देखने के बाद बीजेपी के प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला ने कश्यप को नोटिस जारी किया. इसमें उन्हें बताया था कि सोशल मीडिया में वायरल वीडियो से कश्यप का आचरण सामने आया है और इससे पार्टी की छवि धूमिल हुई है. यह सीधा-सीधा अनुशासनहीनता और कदाचार की श्रेणी में आता है. इस संबंध में उहोंने अमर कश्यप से जवाब मांगा था. अब अमर कश्यप ने जवाब दिया है, लेकिन यह संतोषजनक नहीं है. ऐसे में पार्टी ने उन्हें बाहर करने का फैसला किया है.

क्या है इस वीडियो में

इस वीडियो में साफ दिख रहा था कि अमर किशोर कश्यप अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी में बीजेपी कार्यालय आते हैं. उनकी गाड़ी में बैठी एक महिला कार्यकर्ता को वह कार्यालय के अंदर बुलाते हैं और फिर खुद भी उसके पीछे-पीछे अंदर आते हैं. महिला सीढ़ियों से तीसरी मंजिल की ओर बढ़ती है, जहां अमर कश्यप उसका हाथ पकड़ते हुए साथ साथ चलते नजर आते हैं. इस दौरान अमर कश्यप को सीढ़ियों पर ही महिला गले लगाते देखा जा रहा है. यह पूरा घटनाक्रम बीजेपी कार्यालय के लगे सीसीटीवी में कैद हो गया था. बाद में यही वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ.

दूसरी बार मिली थी पार्टी की अध्यक्षी

अमर कश्यप को गोंडा बीजेपी में दमदार नेता माना जाता है. उनके प्रभाव की वजह से ही उन्हें लगातार दूसरी बार पार्टी की अध्यक्षी मिली थी. लेकिन वायरल वीडियो ने ना केवल उनके राजनीतिक करियर को चौपट कर दिया, बल्कि पार्टी और जिले में भी उनकी छवि को नुकसान पहुंचा है. कुछ लोगों ने इसे अमर कश्यप का निजी मामला बता रहे हैं, लेकिन पार्टी फोरम में इसे साफ तौर पर कदाचार व अनुशासन हीनता करार दिया गया है.