‘…इसलिए रातभर-रातभर कर रहे हैं’, अखिलेश के बयान पर ओपी राजभर का पलटवार, लगाए ये आरोप

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने जौनपुर में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला. उन्होंने सपा सरकार में 800 से ज़्यादा दंगों और 1300 से ज़्यादा मौतों का आरोप लगाया. उन्होंने इटावा और प्रयागराज की घटनाओं की भी निंदा की.

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने सोमवार को समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साधा. उन्होंने अखिलेश यादव के रातभर वाले बयान पर भी पलटवार किया. साथ ही सपा प्रमुख के वन डिस्ट्रिक्ट वन माफिया के बयान पर कहा कि उन्हें अपनी सरकार का कार्यकाल क्यों याद नहीं रहता. सपा सरकार के दौरान 800 से अधिक दंगे हुए.

दरअसल, यूपी सरकार के मंत्री ओमप्रकाश राजभर आज जौनपुर में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा, ‘समाजवादी पार्टी की चार बार की सरकार में 800 से अधिक दंगे हुए जिसमें 13 सौ से अधिक लोग मारे गए थे. अखिलेश जी को ये इतिहास याद रखना चाहिए.’ ओपी राजभर ने कहा कि योगी सरकार में अब तक एक भी देंगे नहीं हुए हैं.

‘छुट्टा सांड की तरह अपराधी माफिया घूमते थे’

ओपी राजभर ने कहा कि सपा सरकार में हर जिले में छुट्टा सांड की तरह अपराधी माफिया घूमते थे. लेकिन आज कानून का राज है. अगर कहीं छिटपुट घटनाएं हो भी रही हैं तो पुलिस तत्परता से आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने का कार्य कर रही है. रविवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने व्यापारियों के सम्मेलन में प्रदेश सरकार पर कानून व्यवस्था को लेकर हमला बोला था.

अखिलेश के रातभर वाले बयान पर क्या बोले?

ओम प्रकाश राजभर ने रातभर वाले बयान पर पलटवार करते कहा, ‘अखिलेश यादव साल 2017 से सत्ता से बेदखल हैं. सत्ता में आने के लिए रातभर जगकर प्रयास कर रहे हैं, लेकिन सत्ता के गलियारे में ओम प्रकाश राजभर, डॉ संजय निषाद, अनुप्रिया पटेल और जयंत चौधरी जैसे लोग गेट पर खड़े है. जिससे अखिलेश यादव का रास्ता रुका है उनके लिए नो एंट्री है. वो रातभर परेशान हैं इसलिए ओमप्रकाश राजभर की जगह रातभर रातभर कर रहे हैं.’

‘अराजकता फैलाने का अधिकार किसी को नहीं’

इटावा और प्रयागराज की घटना पर भी उन्होंने कहा कि कानून हाथ में लेने और अराजकता फैलाने का अधिकार किसी को नहीं है. पुलिस की गाड़ियों में तोडफ़ोड़ और रोड जाम करके माहौल बिगड़ने की कोशिश करना निंदनीय है. ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. इटावा में कथावाचक के चोटी काटे जाने वाला विवाद गरमाया हुआ है. वहीं, प्रयागराज में कल नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद को नदजरबंद करने पर तोड़फोड़ की गई.