आगरा-कानपुर नेशनल हाईवे पर चलती बस में लगी आग, 60 यात्री थे फंसे
इटावा में आगरा-कानपुर हाईवे पर एक बड़ा सड़क हादसा होने से टल गया. हाइवे पर बस में आग लगने से अफरा- तफरी मच गई. हांलाकि ड्राइवर की सूझबूझ से सभी 60 यात्री सुरक्षित वाहर निकल आए. खबर मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं. इसके चलते आग पर काबू पा लिया गया.

इटावा के पास सोमवार को आगरा-कानपुर नेशनल हाईवे पर बड़ा सड़क हादसा होने से टल गया. ये हादसा कितना खतरनाक हो सकता था, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इसकी जो तस्वीरें सामने आई हैं, उनमें बस के पहियों के परखच्चे उड़ गए और इनसे धुआं निकलता देखा जा सकता है. इसके चलते बस में सवार यात्रियों में चीख पुकार मच गई. हांलाकि सूझबूझ दिखाते हुए सभी यात्रियों को सेफ तरीके से बाहर निकाल लिया गया.
ये हादसा तब हुआ जब पश्चिम बंगाल से गुरुग्राम जा रही एक निजी यात्री बस के पिछले पहिए में अचानक आग लग गई. ये हादसा थाना बकेवर थाना क्षेत्र के टिलीटिला गांव के पास हुआ. बस में करीब 60 यात्री सवार थे, जिनमें अधिकतर लोग काम की तलाश में गुरुग्राम जा रहे थे.
ऐसे लगी आग
जानकारी के मुताबिक, बस जैसे ही टिलीटिला गांव के पास पहुंची, उसके पिछले पहियों में अचानक लपटें उठने लगीं. देखते ही देखते आग इतनी तेज हो गई कि उसने ब्रेक सिस्टम को भी अपनी चपेट में ले लिया, जिसके चलते ड्राइवर का बस से कंट्रोल काफी कम हो गया. हालांकि समझदारी का परिचय देते हुए उसने बस को हाईवे किनारे जमा बारिश के पानी में उतारकर रोक दिया. इससे बड़ा हादसा होने से टल गया.
घटना के दौरान बस में सवार यात्री घबरा गए. इनमें से कई तो सीट छोड़कर खिड़कियों से बाहर निकलते दिखाई दिए. गांववालों ने भी तत्परता दिखाते हुए आग बुझाने में सहायता की. हांलाकि थोड़ी ही देर में मौके पर दमकल विभाग की गाड़ियां पहुच गई, जिससे जल्दी ही आग पर काबू पा लिया गया.
खड़े हो रहे सवाल
इधर, घटना के बाद वाहनों की तकनीकी हालात और रखरखाव को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. लोगों का कहना है कि अगर समय रहते चालक ने बस नहीं रोकी होती, तो बड़ा हादसा हो सकता था. मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया. बस के ब्रेक सिस्टम में तकनीकी खराबी की वजह से आग लगने की आशंका जताई जा रही है. हांलाकि इसकी वजहों का पूरी तरह से अभी पता नही चला है.



