अम्मा का ख्याल रखना, कोई रोना नहीं… सुसाइड नोट लिखकर कोचिंग संचालक ने लगा ली फांसी
कानपुर में एक कोचिंग के मालिक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस को उनके घर से एक सुसाइड नोट मिला जिसमें कर्ज और डिप्रेशन का जिक्र था. साथ ही लिखा है- कोई रोना नहीं... हंसते हुए विदा करना हमको. पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.

कानपुर में एक कोचिंग सेंटर मालिक ने रविवार की सुबह खुद को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मौके से पुलिस को एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें मृतक के कर्ज और डिप्रेशन में होने का खुलासा हुआ है. साथ ही इसमें लिखा है ‘क्षमा करना… अम्मा का ख्याल रखना सब लोग, कोई रोना नहीं. हंसते हुए विदा करना हमको, अज्ञात की ओर हमारे समस्त अच्छे बुरे कर्मों के साथ’.
पुलिस ने बताया कि मृतक का नाम अजय साहू (45) था. वह जिले के जाजमऊ के अहिरवां गांव का रहने वाला था. पुलिस को उनके घर से एक सुसाइड नोट मिला जिसमें कर्ज और डिप्रेशन का जिक्र था. परिवार के अनुसार, अजय पिछले एक साल से डिप्रेशन से पीड़ित थे और उनका इलाज चल रहा था. पुलिस ने मौके पर फॉरेंसिक टीम को बुलाकर नमूने जुटाए हैं और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
दुपट्टे के फंदे से लटकता मिला अजय का शव
कोचिंग संचालक की आत्महत्या की घटना से क्षेत्र में शोक की लहर है. अजय साहू की शादी नहीं हुई थी, वह अपनी मां कुसुमा देवी और चचेरे भाई संजीव के साथ रहते थे. मृतक की मां ने बताया कि अजय ने सुबह चाय-नाश्ता के बाद दूसरी मंजिल पर कुछ काम कहकर गया था. काफी देर तक बाहर न आने पर परिवार वालों ने कमरे में जाकर देखा तो शव दुपट्टे के फंदे से लटकता मिला.
उन्होंने कहा कि अजय पिछले एक साल से डिप्रेशन से जूझ रहे थे और उनका साइकोलॉजिस्ट से इलाज चल रहा था. पुलिस को जांच में एक कागज मिला, जिसमें अजय ने उधार और मकान निर्माण का हिसाब लिखा था. इसमें ‘मार्च 2025 में 5,000 रुपए और 1 लाख रुपए मकान के लिए’ जैसे विवरण थे. भाई अनिल ने बताया कि अजय अहिरवां में अपना घर बनवा रहे थे और इसके लिए हिसाब रखते थे.
प्रारंभिक जांच में डिप्रेशन की बात आई सामने
स्थानीय लोगों ने बताया कि अजय ने एक साल पहले अपनी कोचिंग बंद कर दी थी. वह कई दिनों से डिप्रेशन में था. वहीं, जाजमऊ पुलिस ने कहा कि प्रारंभिक जांच में डिप्रेशन की बात सामने आई है. पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है. तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. अजय के जाने से परिवार में मातम पसरा है. उनकी मां और अन्य परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है.



