मथुरा में आपका स्वागत करेंगे से ये 7 द्वार, जहां लगेंगी भगवान कृष्ण की 10 फीट ऊंची 12 मूर्तियां
मथुरा में 7 भव्य प्रवेश द्वार बनाए जा रहे हैं. इन पर भगवान कृष्ण की 10 फीट ऊंची मूर्तियां लगाई जाएंगी. ये काम सीएम योगी के मथुरा विजन- 2030 के तहत किया जा रहा है. इसके अलावा केशव और वासुदेव वाटिका के सौंदर्यीकरण का भी काम होगा, जिसमें म्यूजिकल फाउंटेन, लाइट शो और भी कई सुविधाएं देखने को मिलेंगी.

मथुरा को और सुंदर बनाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. इसी के तहत यहां 7 नए प्रवेश द्वार बनाने की तैयारी की जा रही है. ये काम सीएम योगी के मथुरा विजन–2030 के तहत किया जा रहा है. बनने वाले इन सभी प्रवेश द्वारों पर भगवान कृष्ण की 10 फीट ऊंची कुल 12 मूर्तियां स्थापित की जाएंगी, जो पूरी तरह से राजस्थानी शैली में तैयार बनाई जाएंगी. इसके बनने से मथुरा की रौनक और बढ़ जाएगी.
इन जगहों पर बनेंगे द्वार
इन प्रवेश द्वारों का निर्माण जिन जगहों पर किया जाना है, उनमें रेपुरा जट, यमुना एक्सप्रेसवे, पागल बाबा मंदिर, लक्ष्मी नगर चौराहा, कोटवन बॉर्डर, मथुरा-गोकुल मार्ग, सोनई बॉर्डर और सासनी बॉर्डर जैसी अहम जगहें शामिल हैं. इसके लिए सरकार करीब 21.50 करोड़ खर्च करने वाली है. इन द्वारों की भव्यता न सिर्फ श्रद्धालुओं को आकर्षित करेगी, बल्कि मथुरा की सांस्कृतिक पहचान को और मजबूत बनाएगी.
और क्या है खास
इसके साथ ही मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण यहां केशव वाटिका और वासुदेव वाटिका के सौंदर्यीकरण के लिए भी काम कर रहा है. केशव वाटिका श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर में मौजूद है और इसका सौंदर्यीकरण लगभग 7.3 करोड़ की लागत से किया जा रहा है. यहां पर्यटकों के लिए म्यूजिकल फाउंटेन, कलरफुल लाइटिंग, सुंदर पाथ-वे और श्रीकृष्ण लीलाओं पर आधारित लाइट एंड साउंड शो की प्दलानिंग की जा रही है. ये दर्शकों के लिए एक नया अनुभव देने वाला साबित होगा.
वासुदेव वाटिका का किया जा रहा विकास
वहीं, गोकुल क्षेत्र में यमुना बैराज के पास करीब 13 हेक्टेयर क्षेत्र में वासुदेव वाटिका को विकसित किया जा रहा है. इसमें एम्फीथिएटर, वाटरबॉडी, बाजार, फूड स्ट्रीट, सोलर लाइट, और हरियाली से भरपूर ग्रीन ज़ोन जैसी सुविधाएं शामिल की जा रही हैं. इस पूरी परियोजना के लिए करीब 34.06 करोड़ खर्च किए जा रहे हैं. जानकारों का मानना है कि सरकार के इस विकास प्रोजेक्ट से मथुरा को बड़े स्तर पर फायदा पहुंचने वाला है. इससे न सिर्फ टूरिज्म को बढ़ावा मिलने वाला है, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे. इसका लाभ यहां के लोगों को भी मिलेगा.
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