DESH KI BAAT: मोदी की विदाई की हसरत रखने वाले अब नई तारीख उछाल रहे हैं

पिछले दिनों उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले विपक्ष लगातार 9 सितंबर की तारीख उछाल रहा था. यह तारीख इसलिए महत्वपूर्ण थी क्योंकि उपराष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले विपक्ष ने अपनी जीत के पक्ष में माहौल बनाने और अन्य दलों से भी समर्थन हासिल करने का दावा किया था. जी हां 9 सितंबर को देश के अगले उपराष्ट्रपति के चुनाव होने थे और ऐसे में इंडी गठबंधन ने दावा किया था कि इस चुनाव में विपक्ष के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की जीत होगी. विपक्ष का कहना था कि उन्हें इंडिया गठबंधन के बाहर के दलों का भी समर्थन प्राप्त है लेकिन जो परिणाम आए उसने सारी तस्वीर ही बदल दी. इस विचित्र सियासत में अभी भी विपक्षी नेताओं ने हार नहीं मानने की ठान ली और मोदी की विदाई की नई तारीख उछाल रहे हैं.