राष्ट्रपति को मेयर ने क्यों थमा दी गोरखपुर शहर की चाबी? पुरानी है परंपरा; ये है कहानी
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज अपने दौरे पर गोरखपुर पहुंचीं. एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उनका स्वागत किया. इस दौरान गोरखपुर के मेयर ने परंपरागत रूप से चांदी की चाबी भेंट की. यह राष्ट्रपति को शहर की प्रतीकात्मक कमान सौंपना है.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार को गोरखपुर के अपने दो दिवसीय दौरे पर हैं. गोरखपुर एयरपोर्ट पहुंचने पर राष्ट्रपति का भव्य स्वागत किया गया. इस दौरान गोरखपुर के मेयर ने राष्ट्रपति मुर्मू को गोरखपुर शहर की चाबी भेंट की. इसे देख सबके मन में यही सवाल है कि है आखिर मेयर ने शहर की चाबी राष्ट्रपति को क्यों सौंपी? क्या यह कोई परंपरा है?
गोरखपुर एयरपोर्ट पर पहुंचते ही उत्तर प्रदेश के राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति को बुके देकर उनका स्वागत किया. गोरखपुर शहर के प्रथम नागरिक के तौर पर मेयर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव ने चांदी की चाबी राष्ट्रपति को भेट की. मेयर ने चाभी भेंट करके अपने शहर की कमान प्रतीकात्मक रूप से देश के प्रथम नागरिक को सौंपी है.
क्या है राष्ट्रपति को चाबी देने की परंपरा?
बताया जा रहा है कि यह परंपरा काफी दिनों से चली आ रही है. इस परंपरा का पालन डॉ मंगलेश श्रीवास्तव ने भी किया है. यह चांदी की चाबी उसका प्रतीक है. इस दौरान वहां पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सदर सांसद रवि किशन शुक्ला भी मौजूद थे. मेयर डा.मंगलेश श्रीवास्तव ने शहर की चाभी सौंपते वक्त संक्षेप में इसकी परंपरा भी बताई.
यह चाबी राष्ट्रपति को देश के प्रथम नागरिक होने के नाते सौंपी जाती है. इसका मतलब है कि जब तक शहर में राष्ट्रपति मुर्मू रहेंगी, तब तक यहां का पूरा कमांड उनके पास रहेगा. सबसे पहले भरत ने राम जी को अयोध्या वापसी पर शहर की पूरी जिम्मेदारी सौंपी थी. इसके बाद प्रतीकात्मक तौर पर मुगलों और अंग्रेजों में भी यह प्रथा चलती आई, जो गर्वनर तक रही. वहीं, आजादी के बाद मेयर यह जिम्मेदारी निभाने लगे.
30 घंटे गोरखपुर शहर में रहेंगी राष्ट्रपति
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चौथी बार राष्ट्रपति का स्वागत जिले में किया है. राष्ट्रपति 30 घंटे गोरखपुर शहर में रहेंगी. इस दौरान वह कई कार्यक्रम में भाग लेंगी. सोमवार को उन्होंने AIIMS गोरखपुर के प्रथम दीक्षांत समारोह में हिस्सा लीं. बरेली में आयोजित ICAR-भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI) के दीक्षांत समारोह को संबोधित किया है. कल राष्ट्रपति गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय का लोकार्पण करेंगी.



