अगले 45 दिन मुश्किल भरे! युद्ध और आगजनी की आशंका, जानें क्या कहते हैं ज्योतिषाचार्य

कालयुक्‍त संवत् 2025 की शुरुआत से ही विश्व में युद्ध जैसे हालात, दुर्घटनाएं और प्राकृतिक आपदाएं बढ़ी हैं. काशी के ज्योतिषाचार्य आचार्य पंडित संजय उपाध्याय ने अगले 45 दिनों को कठिन बताया है. वायु तत्व राशियों पर प्रतिकूल प्रभाव और शनि की दृष्टि के कारण ये स्थिति उत्पन्न हुई है.

कालयुक्त संवत- 2025

30 मार्च 2025 से कालयुक्त संवत प्रारम्भ हुआ है. लगभग इसी समय से एशिया और यूरोप में युद्ध जैसे हालात और दुनिया में दुर्घटनाओं के साथ साथ दैवीय आपदाएं बढ़ी हैं. काशी के ज्योतिषाचार्य आचार्य पंडित संजय उपाध्याय कहते हैं कि अगले 45 दिन मुश्किल भरे होंगे. वायु दुर्घटनाओं और युद्ध के साथ-साथ रोग और महामारी का भी प्रकोप हो सकता है.

आचार्य के अनुसार ऐसी स्थिति वायु तत्व राशियों के पीड़ित होने और उत्तर और पश्चिम में शनि की दृष्टि पड़ने की वजह से बनी है. ये दोनों ही स्थितियां जुलाई के बाद सामान्य होनी शुरू होगी. ज्योतिषाचार्य के अनुसार, वायु तत्व राशियों के पीड़ित होने से प्लेन/हेलीकाप्टर से जुड़ी दुर्घटनाएं और आगजनी और दैवीय आपदाएं आ रही हैं. ये स्थिति जुलाई तक बनी रहेंगी जब तक कि राहु कुम्भ राशि में रहेगा.

दो अगस्त के आसपास स्थिति होगी सामान्य

आचार्य पंडित संजय उपाध्याय का कहना है कि इसके साथ ही मंगल सिंह राशि में है ये और भी कष्टकारी है. जब मंगल कन्या राशि में आएगा तब जाकर स्थिति सामान्य होनी शुरू होगी. जो दो अगस्त के आसपास होगा. काशी के ज्योतिषाचार्य का कहना है कि इस वर्ष का नाम ही है कालयुक्त संवत और इस संवत में ऐसी घटनाएं होंगी ही. उन्होंने बताया कि वायु तत्व राशियां यानी कि मिथुन, तुला और कुम्भ पर ज्यादा संकट है.

मंगल के स्थान बदलने के बाद मिलेगी राहत

ज्योतिषाचार्य के मुताबिक, वायु तत्व राशियां में से मिथुन और कुम्भ पर राहु का प्रभाव है. मंगल अग्नि तत्व राशि सिंह राशि में बैठकर वायु तत्व राशियों पर दृष्टि डाल रहा है. आगजनी और दैवीय घटनाएं इस वजह से भी हो रही हैं. उत्तर और पश्चिम में शनि की कुदृष्टि है और वर्तमान में मंगल है. ये मंगल 45 दिन में अपना स्थान बदलेगा तब जाकर युद्ध से कुछ राहत मिलेगी. विशेष रूप से भारत के उत्तर-पश्चिम वाले इलाकों में खतरा ज़्यादा रहेगा.

(Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. टीवी9 उत्तर प्रदेश इसकी पुष्टि नहीं करता.)