Amit Singh

अमित सिंह वाराणसी से रिपोर्टर हैं और मीडिया में पिछले 17 साल से सक्रिय हैं. प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल तीनों ही प्रारूप में काम करने का अनुभव है. नई दुनियां (दिल्ली एडिशन ) से शुरुआत हुई. ज़ी मीडिया से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की शुरुआत हुई. दस साल यहां रहने के बाद जनतंत्र टीवी में नोएडा, लखनऊ, पटना और रांची में काम किया. टीवी9 ज्वॉइन करने से पहले न्यूज़ नेशन गोरखपुर में बतौर ब्यूरो चीफ कार्यरत थे.

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Amit Singh

समाजवादी पार्टी के सांसद वीरेंद्र सिंह ने भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के दौरान सूर्यकुमार यादव के पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ न मिलाने पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि क्रिकेट टीम को सरकार ने निर्देश देकर भेजा था? सूर्यकुमार यादव हमारे PDA का साथी हैं. सपा सांसद वीरेंद्र सिंह ने सूर्य कुमार यादव के कदम को उनकी […]

नेपाल में आए राजनीतिक भूचाल के बाद सुशीला कार्की ने यहां अंतरिम प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली है. अब उनके यूपी और BHU कनेक्शन को लेकर भी चर्चा हो रही है. कार्की का BHU से पुराना नाता रहा है, उन्होंने इसी यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करके M.A की डिग्री हासिल की थी.

मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने काशी के दशाश्वमेध घाट पर विश्व-प्रसिद्ध गंगा आरती में भाग लिया. रविदास घाट से क्रूज द्वारा पहुंचकर उन्होंने भव्य आरती का दीदार किया. प्रधानमंत्री रामगुलाम मंत्रमुग्ध होकर आरती देखते रहे और "हर हर महादेव" का जयघोष किया.

शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने बिहार चुनाव को लेकर एक बयान दिया है. उन्होंने खुद को वोट कटवा बताते हुए पॉलिटिकल पार्टियों को चेतावनी दी है. शंकराचार्य का ये बयान ऐसे समय में आया है, जब वे 12 सितंबर से बिहार के चुनावी दौरे पर जाने वाले हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वाराणसी में मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम से मुलाकात करेंगे. मॉरीशस के पीएम 10 सितंबर को ही वाराणसी पहुंच चुके हैं. वहीं कांग्रेस मौके पर विरोध प्रदर्शन करे के लिए पहुंची है. यहां पर महानगर अध्यक्ष सहित एक दर्जन नेताओं को हिरासत में लिया गया है. कांग्रेस का आरोप है कि अजय राय समेत 100 से ज्यादा नेताओं को डिजिटल अरेस्ट किया गया है.

उत्तर प्रदेश के कानपुर में 10 वीं क्लास में पढ़ने वाले एक स्टूडेंट ने सुसाइड कर लिया. मरने से पहले उसने इंस्टाग्राम अकाउंट पर लिखा, "तुमसे दूर जाने का तो इरादा नहीं था, साथ रहने का वादा तो नहीं था. तुम याद नहीं करोगे ये हम जानते थे, पर इतनी जल्दी भूल जाओगे ये अंदाजा नहीं था."

उत्तर प्रदेश के बीएचयू कॉलेज के एक रिसर्च में सामने आया है कि यहां रहने वाले ज्यादातर भारतीय दलित हैं और ये भोजपुर इलाके से आते हैं. लगभग चार सालों की रिसर्च में ये बात सामने आई है. इतिहास पर गौर करें तो यहां के पहले प्रधानमंत्री के पिता बिहार के रहने वाले थे.

प्रधानमंत्री मोदी के 2014 के चुनाव के बाद से वाराणसी में तेज़ी से विकास हुआ है. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, रोपवे, मेट्रो, और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स से पूर्वांचल का आर्थिक विकास को गति मिलने की उम्मीद है. इससे क्षेत्र के रोजगार और पर्यटन को बढ़ावा मिला है. हालांकि, अभी भी वाराणसी में औद्योगिक विकास की आवश्यकता है.