मऊ में गैंगवार! सुबह जेल से निकला गुलशन, शाम में हुआ मर्डर, अब असली वजह सामने आई
मऊ, यूपी में 10 जून 2025 को रेलवे स्टेशन पर गैंगस्टर गुलशन यादव की निर्मम हत्या कर दी गई. हत्या की जानकारी फेसबुक पर पोस्ट करके फैलाई गई. पुलिस ने इस मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह घटना दो प्रतिद्वंद्वी गुटों के बीच वर्चस्व की लड़ाई का नतीजा है. गुलशन यादव पहले भी कई अपराधों में शामिल था और जेल की सजा काट चुका था.
यूपी के मऊ जिले में 10 जून 2025 की शाम रेलवे स्टेशन और रोडवेज बस स्टेशन के बीचो-बीच गैंगवार की घटना से हर कोई हैरान रह गया. इस बात का खुलासा आज मऊ पुलिस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सामने आया. गैंगस्टर गुलशन यादव की हत्या करने के बाद दूसरे गुट के लोगों ने फेसबुक पर हत्याकांड के बारे में जानकारी शेयर की थी.
दरअसल,10 जून को जिले में गैंगवार की घटना सामने आई थी. जिसमें एक गैंगस्टर गुलशन यादव की हत्या सरेराह बाइक सवार करके फरार हो गए. गुलशन के साथ में रणवीर यादव था. जब बाइक सवार बदमाशों ने गुलशन पर रॉड से हमला किया तो रणवीर यादव फरार हो गया. हालांकि, पुलिस ने रणवीर यादव की तहरीर पर शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवाया. रणवीर यादव ने 8 नामजद अभियुक्तों के खिलाफ व तीन अज्ञात आयुक्त के खिलाफ में मुकदमा दर्ज कराया.
2 साल पहले गुलशन गया था जेल
पुलिस ने आज पांच नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्यवाही के लिए जेल भेजेगी. इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस ने बताया कि यह पूरा मामला लोकल बढ़ रहे गुंडों का है, जो अपने वर्चस्व को बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं. 2 साल पहले गुलशन यादव मारपीट के दौरान हत्या होने पर हत्या के केस में जेल में बंद था.
गुलशन यादव को जेल में बंद रहने के दौरान ही उसकी हत्या का कई बार प्रयास किया गया, लेकिन नाकामयाब रहे. गुलशन यादव जैसे ही जमानत पर रिहा होकर जेल से छूटा, तो उसकी रेकी कर दूसरे गुट के बदमाशों ने हत्या ईंट से कूच-कूच कर दिया. गुलशन यादव की हत्या होने के बाद पुलिस ने मामले को कड़ी दर कड़ी जब सुलझाने का प्रयास किया तो एक नया ही मामला सामने आया. इसमें हिमांशु नाम का एक शख्स जिसकी गाड़ी का नंबर 024 है इस ही नंबर को वह अपना लकी नंबर बनाते हुए अपना एक गैंग बनाकर उसका नामकरण कर दिया.
उधर दूसरी तरफ गुलशन यादव ने जिन-जिन लोगों को टारगेट कर उनसे बदसूली या फिर उन्हें मारा पीटा वह सभी गुलशन के विरोधी गुट में शामिल होकर अपने अपमान का बदला लेने के लिए एक गैंग के रूप में बदल गए. उधर गुलशन यादव हत्या के केस में जेल में बंद हो गया. अब उसके बाहर आने के इंतजार होता रहा जैसे ही वह बाहर आया तो दूसरे गुटके लोगों ने हमला कर उसकी हत्या कर दी.
कौन है गुलशन यादव?
दक्षिण टोला का रहने वाला गैंगस्टर गुलशन यादव हत्या के मामले में जेल में बंद था. 7 महीना पहले जेल से रिहा हुआ और करीब 7:00 बजे मऊ रेलवे स्टेशन पर उसकी हत्या हो गई. गुलशन यादव पर कुल 7 मुकदमे दर्ज थे. वहीं वर्चस्व की लड़ाई को लेकर गांव में हत्या और मारपीट की घटना के मामले में कुल सात मुकदमे दर्ज कोतवाली थाना सराय लखनसी थाना और दक्षिण टोला में दर्ज था.
गुलशन यादव पर आरोप था कि उसने मारपीट कर एक शख्स को घायल करने का और गांव के एक शख्स की हत्या करने का. गुलशन यादव वर्चुअल को लेकर घटनाएं करता था और लोगों में दहशत फैलता था. पास के ही गांव के रहने वाले लोगों ने इसके भय को खत्म करने के लिए 00 24 गैंग बनाया और जेल से छूटने के बाद इसकी रेकी की. लेकिन तीन से चार बार रेकी करने के बाद भी गुलशन हाथ नहीं लगा तो एक दिन गुलशन पता चला कि अपने दोस्त गैंगस्टर साथी के साथ मऊ शहर में घूमने आ रहा है.
तभी मऊ रेलवे स्टेशन पर पहुंचते ही गुलशन के दुश्मनों ने इसकी सूचना अपने दोस्तों की दी दुश्मनों ने ग्रुप नंबर 024 में मैसेज डाला की गुलशन यादव रेलवे स्टेशन जा रहा है. तभी हत्या करने वाले सभी आरोपी तुरंत अपना काम छोड़कर मऊ रेलवे स्टेशन पहुंचे और गैंगस्टर पर टूट पड़े गैंगस्टर गुलशन यादव की ईंट और रॉड से मारकर हत्या कर दी.
सीओ सिटी ने गुलशन यादव की हत्या का खुलासा करते हुए बताया कि यह लोकल स्तर पर गुंडों का दो गुट है जो अपने वर्चस्व को बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं. वर्चस्व को बढ़ाने को लेकर गुलशन यादव पहले से ही हत्या के केस में जेल में बंद था. जमानत पर रिहा होकर बाहर आया था. जिसको दूसरे गुट के लोगों ने उसकी हत्या कर अपने गैंग को बढ़ाने का काम करने करने के फिराक में थे.