अगर आप चाय के शौकीन हैं और दिन की शुरुआत चाय से ही होती है मगर एसिडिटी की समस्या से भी परेशान हैं. तो इस समस्या से निपटने के लिए एक्सपर्ट ने कुछ जरूरी बताई है, जिन्हें मानकर आप इस परेशानी से राहत पा सकते हैं.
आने वाले त्योहार में आप अगर अपने शहर और घर जाने का प्लान बना रहे हैं और ट्रेनें उपलब्ध नहीं हैं. ऐसे में रेलवे की तरफ से कई सारी स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं. दिल्ली से अगर आपको गोरखपुर या वाराणसी जाना है तो इन ट्रेनों के जरिए जा सकते हैं.
उत्तर प्रदेश में समय-समय पर सरकार की तरफ से चलाई जाने वाली योजनाओं के तहत सरकारी प्लॉट्स और फ्लैट्स भी मिलते हैं. ये अलग-अलग इनकम के हिसाब से होते हैं, जिन्हें कम से ज्यादा कीमतों की ओर तक खरीदा जा सकता है. जानते हैं, मेरठ, गाजियाबाद, आगरा की इन योजनाओं के बारे में.
उत्तर प्रदेश में आज बारिश के लिए अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग के मुताबिक, नोएडा, कानपुर और लखनऊ में तेज बारिश की संभावना जताई गई है. वहीं प्रयागराज में गंगा और यमुना का जलस्तर पढ़ने की वजह से कई गाव और शहर के इलाके डूब गए हैं.
नागपंचमी के पर्व की हिंदू धर्म में बहुत अधिक मान्यता है. इस दिन भक्त महादेव के प्रिय नाग देवता की पूजा करते हैं और उनके दर्शन के लिए मंदिरों में जाते हैं. आज प्रयागराज के ऐसे नागदेवता के मंदिर के बारे में जानेंगे, जिनका इस्तेमाल समुद्र मंथन के समय रस्सी के तौर पर किया गया था.
साइबर ठग के झांसे में लोग न फंसे इस लिहाज से यूपी पुलिस की ओर से इस पोस्ट को क्रिएटिव अंदाज में शेयर किया गया है. साइबर अपराधी कई बार जान पहचान बढ़ने के बाद बड़ा स्कैम करके चले जाते हैं. किसी न किसी बहाने से लिंक, ओटीपी आदि चीजों का सहारा लेकर पूरा अकाउंट खाली कर देते हैं. अगर साइबर ठगी से बचना है तो ऐसी स्थिति में तुरंत राष्ट्रीय साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करके मदद ले सकते हैं. साथ ही cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन भी शिकायद दर्ज करा सकते हैं.
बाराबंकी में 16 साल की स्टूडेंट क्लास में अचानक बेहोश हो गई. उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन कुछ ही समय में उसकी मौत हो गई. नंदिनी 11 वीं क्लास में पढ़ाई करने वाली होनहार स्टूडेंट थी. पुलिस नंदिनी के मौत की असली वजह पता करने के लिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है.
उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में लगातार बारिश की वजह से कुछ इलाके जलमग्न हो गए. गंगा और यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने से वाराणसी-प्रयागराज सहित इसके तटीय क्षेत्रों में बसे इलाकों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं.