सीएम योगी की तारीफ तो सपा-कांग्रेस पर साधा निशाना… लखनऊ रैली में मायावती के 10 बड़े बयान

लखनऊ के महारैली में मायावती विपक्षी पार्टियों पर जमकर बरसीं. उन्होंने अखिलेश यादव के पीडीए के दावे को खोखला बताया है. वहीं, कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहां कि वे संविधान की कॉपी हाथ में लेकर केवल नौटंकी कर रहे हैं. उन्हें दलितों की कोई फिक्र नहीं है.

सुर्खियों में मायावती के ये 10 बयान

बीएसपी सुप्रीमो ने बहुत समय बाद किसी रैली को संबोधित किया. इस दौरान उनको सुनने के लिए भारी भीड़ जुटी रही है. लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर पार्क में आयोजित इस रैली में मायावती अपने पुराने तेवर में नजर आईं. इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. साथ ही ट्रंप के टैरिफ के मुद्दे पर केंद्र सरकार को सचेत रहने की सलाह दी है. चलिए हम आपको मायावती की रैली से निकलकर आए 10 अहम बयानों के बारे में बताते हैं.

पार्टी अकेले लड़ेगी 2027 विधानसभा चुनाव

मायावती ने साफ किया कि वह 2027 का उत्तर प्रदेश का चुनाव अकेले लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि बीएसपी अपने दम पर चुनाव लड़ेगी और किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं बनेगी. बता दें कि बीएसपी ने साल 2022 का विधानसभा और 2024 का लोकसभा चुनाव अकेले लड़ा था. हालांकि, 2019 का लोकसभा चुनाव वह समाजवादी पार्टी पार्टी के साथ मिलकर लड़ चुकी हैं.

अखिलेश की ना नीयत साफ है, ना नीति

मायावती ने अपनी रैली में अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी जब सत्ता में होती है तो उसे पीडीए और कांशीराम का ध्यान नहीं आता है. लेकिन सत्ता से बाहर जाते ही सब याद आ जाता है. उन्होंने तो कांशीराम के नाम पर बनाए गए जिले का भी नाम बदल दिया था. उनका व्यवहार दोहरा है. उनकी ना नीयत साफ है, ना नीति.

सीएम योगी की तारीफ

मायावती ने अपनी रैली में यूपी के मुख्यमंत्री सीएम योगी की तारीफ की. उन्होंने कहा कि योगी सरकार अखिलेश सरकार की तरह नहीं है. जब मैंने लखनऊ के पार्कों और स्मारकों में टिकट से मिलने वाला पैसा इन स्थलों के अच्छे से देखभाल में लगाए जाने की गुजारिश की थी तो उन्होंने हमारी बात को मानते हुए ऐसा ही किया.

आजम खान के मुद्दे पर कही ये बात

आजम खान के बीएसपी में शामिल होने के मुद्दे को लेकर मायावती ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि मुझे ऐसी कोई जानकारी नहीं है. मिलना तो बहुत दूर की बात है, मैं कभी छिपकर नहीं मिलती, जब मिलती हूं तो खुलकर मिलती हूं. उन्होंने सभी से ऐसे अफवाहों पर ध्यान ना देने की अपील की है.

कांग्रेस पर भी साधा निशाना

मायावती ने अपनी रैली में कांग्रेस पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस वाले संविधान की कॉपी लेकर नौटंकी कर रहे हैं. उन्होंने बाबा साहब को भारत रत्न तक नहीं दिया. यहां तक की कांशीराम के निधन पर 1 दिन का राष्ट्रीय शोक भी घोषित नहीं किया.

विरोधी दलों ने हमें तोड़ने की साजिश की

मायावती ने विपक्षी पार्टियों पर बीएसपी को तोड़ने और दलितों के वोटबैंक पर कब्जा करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि विरोधी पार्टियों को डर था कि कहीं बसपा केंद्र की सत्ता तक ना पहुंच जाए. इसलिए उन्होंने दलित वोट बांटने की साजिश कर इसी समाज में से बिकाऊ लोगों को लेकर कई संगठन बनवा दिए हैं, जिससे हमें नुकसान हो.

2025 में 5वीं बार सरकार बनाने का वाद

मायावती ने रैली में आए समर्थकों का आभार जताया. उन्होंने कहा कि यहां लोग अन्य दलों की तरह पैसे देकर नहीं बुलाए गए हैं. लोग अपनी खून-पसीने की कमाई को खर्च कर आए हैं. उन्होंने कहा 2027 में पांचवी बार उत्तर प्रदेश में बसपा की सरकार बनेगी. इसे पूरा करने के लिए वह कोई कसर नहीं छोड़ेंगी.

पदोन्नति आरक्षण के मुद्दे पर कही ये बात

बसपा सु्प्रीमो ने आरक्षण के मुद्दे पर सपा-कांग्रेस और भाजपा तीनों को घेरा. उन्होंने कहां कि तीनों पार्टी ने पदोन्नति में आरक्षण का विरोध किया. दलितों व पिछड़ों को उनका हक नहीं दिया। सपा ने तो सदन में पदोन्नति में आरक्षण का बिल तक फाड़ दिया था. इन्होंने दलित वर्ग के साथ बेहद अन्याय किया है.

दलितों को परेशान करने वाले कानून बदलेंगे

मायावती ने अपनी रैली में बसपा की सरकार बनने पर दलित और पिछड़ों के खिलाफ काम आने वाले कानूनों को बदलने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि राज्य में सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय की सोच वाली सरकार बनेगी. इसके साथ ही लोगों को रोजगार के लिए दूसरे प्रदेशों में पलायन नहीं करना पड़ेगा.

कांग्रेस-बीजेपी ने बदनाम करने की कोशिश की

मायावती ने बीजेपी और कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों पार्टियों ने मेरी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया. दोनों पार्टियां जब केंद्र में रहीं तो सीबीआई और इंकम टैक्स की मदद से केस लगाकर हमारी छवि को बदनाम करने की कोशिश. इससे निपटने के लिए हमें कोर्ट की मदद लेनी पड़ी.