राम नगरी में नहीं जलेगा रावण, DM ने रोका तो CM-PM से लगाई गुहार
रामनगरी में आयोध्या के राम कथा पार्क में होने वाले रामलीला में रावण दहन नहीं होगा. दरअसल, इस बार की आयोध्या की रामलीला में 240 फीट ऊंचे रावण के दहन की तैयारी चल रही थी. लेकिन अब प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से रावण दहन को मंजूरी नहीं दी है.

प्रशासन ने आयोध्या के रामकथा पार्क में आयोजित होने वाली रामलीला में रावण दहन की अनुमति नहीं दी है. ऐन वक्त पर प्रशासन की तरफ से नामंजूरी पर आयोजक दुखी हैं. उन्होंने अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से रावण दहन की अनुमति की गुहार लगाई है.
बता दें कि रामनगरी में आयोध्या के राम कथा पार्क में पिछले डेढ़ महीने से 240 फीट ऊंचे रावण के दहन की तैयारी चल रही थी. रावण का पुतला भी बनकर तैयार हो गया है. लेकिन अब इसकी अनुमति प्रशासन ने नहीं दी है. प्रशासन के मुताबिक ये गैर परंपरागत और असुरक्षित है. इसकी अनुमति नहीं दी जा सकती है.
रावण दहन होना था आकर्षण का केंद्र
इस मसले पर आयोध्या की रामलीला के फाउंडर अध्यक्ष सुभाष मलिक बॉबी ने प्रेस कांफ्रेंस करके बताया कि इस बार के रामलीला का मुख्य आकर्षण 240 फीट के ऊंचे रावण के पुतले के साथ-साथ मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले के साथ सोने की लंका का दहन होना था. लेकिन अब प्रशासन की तरफ से अनुमति नहीं मिलने से हम सब दुखी है.

यूपी पुलिस ने अग्नि से जुड़े कार्यों को ना करने की दी सलाह
सुभाष मलिक ने बताया कि आयोध्या पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक की तरफ से 2 अक्टूबर को रावण दहन का कार्यक्रम तय था. लेकिन 28 सितंबर की रात में उनके कुछ कलाकारों को पुलिस ने बुलाया औऱ बिना किसी अनुमति के अग्नि से संबंधित आयोजन के कार्य को न करने की हिदायत दी गई थी.
रावण दहन पर रोक लगने से दुखी हैं हम
सुभाष मलिक ने बताया कि उन्होंने इस मसले पर अयोध्या पुलिस को लिखित रूप से पत्र दे कर कहा है कि वो बिना अनुमति किसी भी प्रकार का नया आयोजन नहीं करेंगे. लेकिन वह बहुत दुखी हैं कि मोदी और योगी राज में भी रावण दहन पर रोक लगाया जा रहा है.
जिला प्रशासन ने क्या कहा
वहीं ,इस पूरे मामले पर अयोध्या जिला प्रशासन का कहना है पर है कि विजयादशमी के दिन दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन होना है . हम अयोध्या में किसी नई परंपरा की अनुमति नहीं दे सकते हैं. पहले से जो परंपराएं चली आ रही हैं सिर्फ उन्हीं कार्यक्रमों के आयोजन की परमिशन दी जाएगी.
दुनिया की सबसे ज्यादा देखे जाने वाला रामलीला: आयोजक
सुभाष मलिक के मुताबिक उनकी रामलीला विश्व की सबसे ज्यादा देखे जाने वाली रामलीला है. इसे दुनियाभर से लोग देखते हैं. अभी तक 51 करोड़ से ज्यादा भक्त इस रामलीला को देख चुके हैं. इस साल भी लोग रामलीला और रावण दहन का इंतजार कर रहे हैं. लेकिन ऐसा हो नहीं पाएगा.