Ashutosh Pathak

आशुतोष पाठक अयोध्या से रिपोर्टर हैं. 2016 में पत्रकारिता के पेशे में कदम रखा. अयोध्या राम जन्मभूमि विवाद से लेकर सुप्रीम कोर्ट के सुप्रीम फैसले तक सबकी सटीक रिपोर्टिंग की. अब राम जन्मभूमि पर राम मंदिर के निर्माण तक का बारीकियों से अध्ययन और रिपोर्टिंग कर रहा हूं.

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Ashutosh Pathak

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में यूं तो हर समय ही श्रद्धालुओं का तांता लगा होता है, लेकिन सावन के महीने में ये भीड़ और बढ़ गई है. ऐसे में यहां पुलिस ने कुछ ऐसे जालसाजों को गिरफ्तार किया है, जो नकली नोटों को बाजार में चला रहे थे.

अयोध्या के राम मंदिर का निर्माण पूरा हो चुका है, जून में परकोटे के मन्दिरों और द्वितीय तल पर भव्य राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुआ. वहीं, अब राम मंदिर के शिखर पर ध्वजा स्थापना की तैयारी जोरों पर है. बताया जा रहा है कि नवंबर 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस भव्य समारोह में ध्वजा स्थापित करेंगे.

राम मंदिर में पूजा सेवा के लिए अर्चकों के प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसके लिए 500 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं. यह प्रशिक्षण कार्यक्रम रामानंदी संप्रदाय के गुरुकुल छात्रों के लिए है, जिसमें भगवान की आरती, भोग, स्नान आदि के तौर तरीके सिखाए जाएंगे. चयनित अर्चकों को आवासीय प्रशिक्षण, भोजन, आवास और छात्रवृत्ति की सुविधा मिलेगी. यह प्रशिक्षण राम मंदिर में प्रत्यक्ष नियुक्ति की गारंटी नहीं देता है, पर भविष्य में नियुक्ति के अवसर बढ़ाता है.

हनुमानगढ़ी से अयोध्या में लगने वाले सावन मेले से ठीक पहले एक बड़ा फरमान जारी हुआ है. इस फरमान के तहत सभी प्रसाद विक्रेताओं को अपने डिब्बों पर नाम और प्रसाद की गुणवत्ता का विवरण लिखना होगा. यह फैसला पंचों और विक्रेताओं की बैठक में लिया गया. फिलहाल यह आदेश भक्ति पथ और दर्शन पथ पर लागू होगा. बाद में अन्य क्षेत्रों में भी लागू किया जाएगा.

अयोध्या में चंद्रशेखर यादव नाम के शख्स ने सोहावल एसडीएम अभिषेक सिंह पर भ्रष्टाचार और लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए. शख्स का आरोप है कि सरकारी विभाग की ढीली कार्रवाई से आहत होकर, उसने मोबाइल टॉवर पर चढ़कर पेट्रोल और माचिस लेकर प्रदर्शन किया. शख्स ने एसडीएम पर एक कर्मचारी की मौत में भूमिका होने का आरोप लगाया और कार्रवाई की मांग की.

यूं तो अयोध्या भगवान नाम की नगरी से विश्व विख्यात है लेकिन, यहां महादेव का एक ऐसा मंदिर है, जहां दूर-दूर से भक्त उनके दर्शन के लिए आते हैं. मान्यता है कि यहां भगवान की कृपा से पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है. आखिर इस मंदिर के पीछे की कहानी क्या है?

पूरी दुनिया में अयोध्या भगवान राम के नाम जानी जाती है, लेकिन क्या आपको पता है कि अयोध्या में एक राम नहीं बल्कि राम के कई रूपों की पूजा की जाती है. अयोध्या में भगवान राम के कितने रूपों की पूजा की जाती है. इसके बारे में आइए जानते हैं.

अयोध्या के सरयू तट पर नागेश्वरनाथ मंदिर स्थित है. इस मंदिर को प्रभु राम के पुत्र कुश ने बनवाया था. यहां महादेव नागों के फन पर विराजित हुए दिखाई देते हैं. जानते हैं इस मंदिर की अद्भुत कथा के बारे में.