मेरठ में दबंगों का कहर, परिवार गांव छोड़ने को मजबूर, घर पर लिखा- करेंगे पलायन
मेरठ के एक गांव में एक परिवार ने पलायन की घोषणा कर दी. उसने अपने घर पर लिख दिया- दबंगों के डर से पलायन. परिवार अपना सारा सामान लेकर निकल भी गया था. ग्रामीणों के समझाने पर परिवार रुका. वहीं, एसएसपी ने खुद मामले में संज्ञान लिया और जांच शुरू कर दी है.
मेरठ के सरूरपुर गांव में दबंगों के डर से एक परिवार ने पलायन की घोषणा कर दी. साथ ही परिवार ने घर पर ‘दबंगों के डर से पलायन’ लिख दिया. यह मामला दो परिवारों के बीच हुए विवाद के बाद सामने आया. ग्रामीणों और प्रधान के समझाने पर परिवार रुका. पुलिस ने मामले में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है.
यह सूचना गांव में चर्चा का विषय बन गई है. एसएसपी मेरठ विपिन ताडा ने मामले पर संज्ञान लिया है. उन्होंने बताया कि दो पड़ोसी पक्ष हैं जो मुस्लिम समुदाय के हैं. एक पक्ष की ओर से दूसरे पर दबंगई दिखाकर डराया धमकाया जा रहा है. मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है.
घरेलू मुद्दे को लेकर चल रहा था तनाव
दरअसल, यह मामला मेरठ के सरूरपुर स्थित जसड़ गांव की है. जहां एक ही परिवार के दो पक्षों में विवाद चल रहा था. इस बीच एक पक्ष ने गांव छोड़ने की घोषणा कर दी. बताया गया कि दोनों पक्षों के बीच किसी घरेलू मुद्दे को लेकर तनाव चल रहा था, जो कि मारपीट में बदल गया. साथ ही दबंगई दिखाकर डराया धमकाया गया.
घटना के बाद एक पक्ष मेहताब ने अपने घर के बाहर पलायन की सूचना लिख दी. जिस पर लिखा था “दबंगों के डर से पलायन “. वही, सोमवार सुबह मेहताब अपने परिवार और बच्चों के साथ गाड़ी में सामान लादकर गांव छोड़ने निकले. जैसे ही यह बात ग्रामीणों और ग्राम प्रधान को पता चली तो तुरंत मौके पर पहुंचकर उसे रोका गया.
दोनों पक्ष एक-दूसरे के रिश्तेदार भी हैं
ग्राम प्रधान ने मेहताब को पलायन न करने को लेकर समझाया. ग्रामीणों ने दोनों पक्षों के बीच शांति बनाए रखने की अपील की. साथ ही मेहताब को गांव से पलायन न करने के लिए मनाया और भरोसा दिलाया कि गांव में किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा. दोनों पक्ष एक-दूसरे के पड़ोसी और रिश्तेदार भी हैं.
एसएसपी विपिन ताडा ने बताया कि सरूरपुर में दो पड़ोसी पक्ष हैं जो मुस्लिम समुदाय के हैं. दोनों में झगड़ा हुआ ,झगड़ा होने के बाद दोनों ने तहरीर दी जिसका मुकदमा थाने पर पंजीकृत किया गया है. एक पक्ष का आरोप है कि उसे डराया धमकाया जा रहा है. आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.