तिकुनिया हिंसा: पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी और उनके बेटे पर FIR, गवाह को धमकाने का आरोप

तिकुनिया हिंसा मामले में बड़ा मोड़ आया है. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी और उनके बेटे समेत चार के खिलाफ FIR दर्ज हुई है. इन सभी पर हिंसा के चश्मदीद गवाह को धमकाने का आरोप है. पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

तिकुनिया हिंसा: अजय टेनी, आशीष मिश्रा पर केस दर्ज

लखीमपुर खीरी के तिकुनिया हिंसा मामले में सोमवार को पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी, उनके बेटे आशीष मिश्रा, निघासन ब्लॉक प्रमुख अमनदीप सिंह और एक अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है. चारों पर गवाह को धमकाने का आरोप लगा था. वहीं, सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर पढ़ुआ थाना में FIR दर्ज हुई है.

यह एफआईआर तिकुनिया हिंसा के चश्मदीद गवाह बलजिंदर सिंह को धमकाने के मामले में दर्ज किया गया है. बलजिंदर सिंह को 15 अगस्त 2023 को गवाही न देने के लिए धमकाया गया था. डर के कारण गवाह ने पलायन कर पंजाब जाने का निर्णय लिया. लेकिन फिर यह बात सुप्रीम कोर्ट में पहुंची, जिसके बाद FIR का आदेश आया.

धमाकाने की रिकॉर्डिंग SC में किया था पेश

जानकारी के मुताबिक, 15 अगस्त 2023 को बलजिंदर सिंह के घर पर पहुंचकर उन्हें धमाकाया था. इस दौरान बलजिंदर सिंह ने सारी बात अपने फोन में रिकॉर्ड कर ली. इसके बाद वह सुप्रीम कोर्ट पहुंचें. जहां उन्होंने कोर्ट में सारी बात बताई और रिकॉर्डिंग भी पेश किया. इस दौरान उन्होंने अजय टेनी समेत चारों आरोपियों से जान का खतरा बताया.

बलजिंदर सिंह ने कोर्ट में अपनी हत्या की आशंका भी जताई, साथ ही कहा कि इसी के डर से वह पलायन कर पंजाब जाने का निर्णय लिया था. वहीं, सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद पुलिस ने अजय टेनी और उनके बेटे समेत चारों आरोपियों के खिलाफ पढ़ुआ थाना में धारा 195A, 506, 120B के तहत केस दर्ज किया है.

तिकुनिया हिंसा में 8 लोगों की हुई थी मौत

दरअसल, यह मामला 3 अक्टूबर 2021 को लखीमपुर खीरी के तिकुनिया गांव की है. इस घटना में चार किसानों और एक पत्रकार समेत 8 लोगों की हत्या हुई थी. आरोप लगा था कि आशीष मिश्रा और उनकी साथियों ने अपनी कार से चार किसान और एक पत्रकार को रौंद दिया. वहीं, बाद में हिंसा भड़क गई, जिसमें तीन और लोग मारे गए थे.