प्रयागराज-कौशांबी के वो दो मामले, जिनमें पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे चंद्रशेखर; करछना में हुआ बड़ा बवाल
प्रयागराज में भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद के पहुंचने पर व्यापक हिंसा हुई है. वह कौशांबी में एक 8 वर्षीय बच्ची के साथ कथित रेप और प्रयागराज में प्रेम प्रसंग में हत्या के पीड़ित परिवारों से मिलने जा रहे थे. उन्हें एयरपोर्ट से निकलते ही पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया था. वहीं खबर करछना पहुंची तो लोगों ने बवाल कर दिया.

भीम आर्मी चीफ और नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद के संगम नगरी प्रयागराज पहुंचने पर बड़ा बवाल हो गया. करछना-कौड़ीहार रोड पर रविवार की शाम भीम आर्मी के समर्थकों ने खूब हंगामा किया. इस दौरान पुलिस की चार गाड़ियों समेत एक दर्जन से अधिक वाहनों में तोड़फोड़ की. सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और डंडे फटकारकर बड़ी मुश्किल से हालात को काबू किया है. इस घटना में दर्जनों लोग घायल हुए हैं. उधर, पुलिस ने सांसद चंद्र शेखर आजाद को प्रयागराज के सर्किट हाउस में नजरबंद कर दिया है.
दरअसल चंद्रशेखर आजाद यहां प्रयागराज के करछना में प्रेम प्रसंग की वजह से हत्या के बाद उस दलित परिवार से मिलने जा रहे थे. इसके अलावा उन्हें पड़ोसी जिले कौशांबी के उस परिवार से मिलने जाना था, जहां दलित परिवार की ही 8 साल की मासूम बच्ची के साथ रेप का मामला सुर्खियों में आया था. पुलिस को इनपुट मिला था कि इन दोनों स्थानों पर चंद्रशेखर के जाने से बड़ा बवाल हो सकता है. ऐसे में चंद्रशेखर जैसे ही प्रयागराज एयरपोर्ट से बाहर निकले, उन्हें हाउस अरेस्ट कर सर्किट हाउस पहुंचा दिया गया.
क्या है कौशांबी की घटना
कौशांबी में सैनी थाना क्षेत्र के लोहांगा गांव में 27 मई को पाल समाज की एक 8 वर्षीय बच्ची के साथ रेप का मामला सुर्खियों में आया था. इस बच्ची के परिजनों ने गांव के ही एक युवक सिद्धार्थ तिवारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया. इसके बाद पुलिस ने आरोपी सिद्धार्थ तिवारी को अरेस्ट कर जेल भेज दिया. वहीं 4 जून को सिद्धार्थ के पिता रामबाबू तिवारी ने बेटे को बेगुनाह बताते हुए सुसाइड कर लिया. उन्होंने अपने शरीर पर सुसाइड नोट लिखा था. इसमें बताया था कि चुनावी रंजिश की वजह से प्रधान भूप नारायण पाल ने उनके बेटे पर फर्जी मुकदमा लगाकर जेल भिजवाया है. इस सुसाइड नोट के अधार पर पुलिस ने दूसरे पक्ष पर भी मुकदमा दर्ज कर लिया. इसके बाद पीड़ित लड़की का मजिस्ट्रेट के सामने बयान कराया गया. इसमें लड़की ने कह दिया कि उसके साथ रेप हुआ ही नहीं, बल्कि उसकी मां ने जबरन उससे कहलवाया था. इस बयान के बाद सिद्धार्थ को कोर्ट से जमानत मिल गई थी. फिलहाल मामले की जांच प्रतापगढ़ एसआईटी कर रही है.
प्रेम प्रसंग में हुई प्रयागराज के देवीशंकर का मर्डर
चंद्रशेखर आजाद प्रयागराज में करछना के देवीशंकर मर्डर केस में भी उनके परिजनों से मिलने के लिए जाने वाले थे. देवीशंकर की हत्या दो महीने पहले इसौटा गांव में 12 अप्रैल 2025 को हुई थी. आरोप है कि उन्हें गेहूं ढोने के बहाने बुलाकर शराब पिलाया गया और फिर पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. फिर शव को आग लगा दिया गया. अगले दिन उनका शव अधजला शव बरामद हुआ था. पुलिस का कहना है कि देवीशंकर का गांव में रहने वाले एक व्यक्ति की बेटी से प्रेम संबंध था. पुलिस ने इस मामले में संजय सिंह, मोहित सिंह, मनोज सिंह, अवधेश सिंह , दिलीप सिंह (छुट्टन), विमलेश गुप्ता , शेखर सिंह, अजय सिंह समेत आठ आरोपियों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया था.
करछना बवाल की जांच में जुटी पुलिस
चंद्रशेखर को रोके जाने की खबर करछना पहुंचते ही बड़ा बवाल हुआ. लोगों ने पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया. इस दौरान दर्जनों वाहनों में तोड़फोड़ की गई. इस मामले में वायरल वीडियो और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने 50-60 लोगों की पहचान की है. इसके अलावा 20 से अधिक लोगों को हिरासत में भी लिया गया है. हालात को देखते हुए मौके पर भारी संख्या पुलिस और पीएसी के जवानों को तैनात किया गया है. पुलिस के मुताबिक पहचाने गए सभी आरोपियों की धर पकड़ के लिए दबिश तेज कर दी गई है.



