‘3KM दूर है नया स्कूल, नहीं जा पाएंगे’… पढ़ाई छोड़ सकते हैं जौनपुर के ये 23 बच्चे
यूपी के जौनपुर में सरकारी स्कूलों की पेयरिंग को लेकर बच्चों का बड़ा विरोध देखने को मिल रहा है. इस फैंसले के चलते करीब 2 दर्जन बच्चों ने स्कूल जाना बंद कर दिया है. उनका कहना है कि रेलवे क्रासिंग और हाइवे की वजह से उन्हें दूर स्कूल जानें में परेशानी होगी. इसी को लेकर बच्चे DM ऑफिस के समाने प्रदर्शन करते नजर आए.

जौनपुर में सरकारी स्कूलों को मर्ज करने के फैंसले के खिलाफ स्कूली छात्र अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं. उनका कहना है कि अगर उनके गांव का प्राइमरी स्कूल बंद हो जाता है, तो उन्हें रोजाना करीब 3 किलोमीटर दूर सिंगरामऊ जाना पड़ेगा. जिसके चलते करीब 2 दर्जन बच्चे स्कूल ड्राप कर सकते हैं. इसी को लेकर बच्चे विरोध करते दिखाई दे रहे हैं.
बच्चे बोले छूट जाएगी पढ़ाई
बदलापुर तहसील के पहितियापुर गांव के बच्चों का कहना है कि उनके गांव का स्कूल बंद होने से उन्हें हर रोज रेलवे क्रासिंग और हाइवे से गुजरना पड़ेगा, जो उनकी सेफ्टी को लेकर भी खतरा साबित हो सकता है. इसे लेकर बच्चों ने DM ऑफिस के समाने अपना विरोध जताया. इस प्रदर्शन में उनके पैरेन्टस भी नजर आए.
उनका कहना है कि अगर सरकार ने अपना फैंसला वापस नही लिया तो वे अपने बच्चों को जोखिम में डालकर दूर के स्कूलों में पढ़ने के लिए नही भेजेंगे. जिसके चलते ये डर बना हुआ है कि कहीं इन 23 बच्चों की पढ़ाई बीच में ही न छूट जाए.
सरकार ने क्यों लिया ये फैंसला
प्राइमरी स्कूलों में बच्चों की घटती संख्या को देखते हुए बेसिक शिक्षा विभाग ने ये फैंसला लिया है कि जिनमें कुछ जिले के स्कूलों के लिए 20 और कुछ के लिए 50 बच्चों का फार्मूला रखा गया है. यानी अगर किसी सरकारी प्राइमरी स्कूल में इतने बच्चों से कम का नामांकन है, तो ऐसे स्कूलों को पड़ोस के किसी दूसरे स्कूल में मर्ज कर दिया जाएगा.
विभाग का कहना है कि इस फैंसले से बच्चों को पढ़ाई का बेहतर माहौल मुहैया कराया जा सकेगा और इससे बच्चों को लाभ होगा. हांलाकि पहले दिन से ही इस फैंसले को लेकर विरोध देखने को मिल रहा है. कई शिक्षक संगठन भी इसे लेकर विरोध कर रहे है.



