सुबह सब-रजिस्ट्रार और बाबुओं का ट्रांसफर रद्द, शाम को हटाए गए आईजी स्टांप IAS समीर वर्मा
उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं पंजीयन विभाग में हुए 210 तबादलों को भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद रद्द कर दिया गया है. इस मामले में आईजी स्टांप समीर वर्मा को भी उनके पद से हटा दिया गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अनियमितताओं की जांच के आदेश दिए हैं.
उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं पंजीयन विभाग में गुरुवार को भारी प्रशासनिक उथल-पुथल देखने को मिली. सुबह विभाग के 210 तबादलों को निरस्त कर सत्र को शून्य घोषित कर दिया गया. वहीं, शाम होते-होते इन तबादलों में कथित अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के चलते आईजी स्टांप आईएएस समीर वर्मा को भी उनके पद से हटा दिया गया.
स्टांप एवं पंजीयन मंत्री रवींद्र जायसवाल ने बताया कि विभाग में हाल ही में हुए उप निबंधकों और कनिष्ठ सहायकों के तबादलों और नियुक्तियों में बड़ी संख्या में शिकायतें मिली हैं. उन्होंने कहा, ‘मैंने इस बारे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बताया है. उन्होंने तत्काल संज्ञान लेते हुए सभी तबादलों को निरस्त करने और अनियमितताओं की जांच के आदेश दिए हैं.’
रवींद्र जायसवाल ने सीएम को लिखा था पत्र
रवींद्र जायसवाल ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति है. इसी के तहत 59 सेवारत और 29 नव पदोन्नत उप निबंधकों और 114 कनिष्ठ सहायकों के तबादलों में अनियमितताओं की शिकायतें तत्काल उच्च स्तर पर उठाई गईं. मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने अगले आदेश तक सभी तबादलों पर रोक लगाने के आदेश दिए हैं.
उन्होंने कहा कि मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है और जो भी अधिकारी या कर्मचारी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. चाहे वह किसी भी पद पर हो. इससे पहले उन्होंने कहा था कि इन तबादलों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है. अधिकारियों ने उनकी जानकारी के बिना दागी लोगों को मनमाने तरीके से पोस्टिंग दी है और बदले में फायदा उठाया है.
समीर वर्मा के साथ तीन और IAS का तबादला
उनका कहना है कि 13 और 14 जून को कथित तौर पर कुल 210 ट्रांसफर और पोस्टिंग की गई. 15 जून को मुझे भ्रम में रखने के लिए मेरे साथ सतही चर्चा की गई. मेरे बार-बार अनुरोध के बावजूद महानिरीक्षक (निबंधक) ने मुझे उप रजिस्ट्रार और निबंधक सहायकों की पोस्टिंग का प्रस्ताव नहीं दिया. इसके बजाय उन्होंने मुझसे कहा कि सब रजिस्ट्रार और निबंधक सहायकों का तबादला करना मेरा अधिकार है. मुझे आपसे अनुमति लेने की जरूरत नहीं है.
आईएएस समीर कुमार वर्मा को आईजी स्टांप के पद से मुक्त करते हुए प्रतीक्षारत किया गया है. इसके साथ प्रदेश के तीन आईएएस अधिकारियों के भी तबादले हुए हैं. इनमें आईएएस अमित कुमार प्रमुख सचिव स्टाम्प को महानिरीक्षक निबंधक का अतिरिक्त चार्ज दिया गया है. वहीं, आईएएस भवानी सिंह खंगारोत को भी प्रतीक्षारत किया गया जबकि आर्यका अखौरी विशेष सचिव चिकित्सा स्वास्थ के साथ निदेशक प्रशासन चिकित्सा स्वास्थ का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.