40 खातों में विदेशी फंडिंग, दर्जनों लड़कियों को जाल में फंसाया… छांगुर बाबा ऐसे चलाता था धर्म परिवर्तन का रैकेट
यूपी के बलरामपुर में धर्मांतरण माफिया जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की एटीएस और एसटीएफ तलाश कर रही है. वह चमत्कारिक अंगूठियों और तंत्र-मंत्र से लोगों का धर्म परिवर्तन कराता था. उसके विदेशी कनेक्शन और देश विरोधी ताकतों से संबंध पाए गए हैं. पुलिस अब छांगुर बाबा को पकड़ने की कवायद तेज कर दी है.

उत्तर प्रदेश पुलिस ने धर्मांतरण माफिया जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. छांगुर बाबा की तलाश में यूपी पुलिस, एसटीएफ और एटीएस जैसी तमाम एजेंसियों को लगाया गय़ा है. हाल में नवीन रोहरा नाम का एक शख्स पुलिस के हत्थे चढ़ा है. इसने भी छांगुर बाबा के प्रभाव में आकर धर्म परिवर्तन किया था. छांगुर बाबा पहले लोगों का ब्रेनवॉस करता है और फिर उनका धर्मांतरण करा देता है. पहले वह बाजारों में घूमकर अंगूठी बेचा करता था. लेकिन धीर-धीरे वह मुस्लिम धर्म गुरु बन गया और बड़े स्तर पर धर्मांतरण रैकेट को चलाने लगा.
एडीजी कानून एवं व्यवस्था अमिताभ यश ने कहा कि छांगुर बाबा, बलरामपुर के उतरौला का रहने वाला है. उसने खुद को सूफी संत जलालुद्दीन के रूप में प्रचारित किया और अवैध धर्मांतरण रैकेट चलाता है. उसने अलग-अलग जाति की लड़कियों का धर्म परिवर्तन के लिए रेट तय कर रखा था. जांच में पुलिस को विदेशी फंडिग के भी सुबूत मिले हैं. छांगुर के 40 ऐसे बैंक अकाउंट हैं जिसमे धर्म परिवर्तन कराने के लिए फंडिंग आया हैं. यूपी ATS इस पुरे मामले कि जांच कर रही हैं.
अंगूठियां बेचने से लेकर धर्मांतरण माफिया तक
यूपी में अवैध धर्मांतरण नेटवर्क का सरगना छांगुर बाबा एक समय में मेला, हॉट और बाजारों में घूम-घूमकर अंगूठियां बेचा करता था. लेकिन धीरे-धीरे वह किसी खास व्यक्ति के संपर्क में आया और खुद को मुस्लिम धर्म गुरु के रुप में स्थापित कर लिया. इसके बाद से वह बड़े स्तर पर धर्मांतरण के नेटवर्क चलाने लगा. इसमें उसे काफी फंडिंग भी मिली, जहां से उसकी पूरी दुनिया बदल गई. वह इससे आने वाले पैसे से अपने लिए आलीशान कोठी बनवाई और राजा की तरह रहने लगा.
उतरौला के मधपुर से वह अपना पूरा नेटवर्क चलाता था. उसने विदेशी फण्डिंग से एक साल के अन्दर करोड़ों रुपये की संपत्ति- शोरूम, बंगला और लग्जरी गांड़ियां खरीद रखी थी. जांच से पता चला कि वह लोगों को ब्रेनवाश करके इस्लाम धर्म स्वीकार करने के लिए मजबूर करता था. उसके गुर्गे प्रेमजाल में फंसाकर लड़कियों को दरगाह ले जाता था. जहां उसका ब्रेनवाश करके खुशहाल जीवन का लालच देकर धर्म परिवर्तन किया जाता था.
100 करोड़ से ज्यादा की विदेशी फंडिंग
यूपी एसटीएफ की जांच में पता चला है कि छांगुर बाबा और उसके गैंग के सदस्यों ने लगभग 40 बार इस्लामिक देशों की यात्रा की है. छांगुर बाबा को धर्मांतरण नेटवर्क चलाने के लिए विदेशों से भारी फंडिंग की जाती थी. इसके लिए गैंग के सदस्यों ने खुद के नाम और अलग-अलग संस्थाओं के नाम से 40 से भी ज्यादा खाते खुलवाए गए थे. इनमे लगभग 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की धनराशि का लेन देन हुआ है.
गरीबों और असहायों को करता था टार्गेट
छांगुर बाबा अपने धर्मांतरण नेटवर्क के जरिए खासकर गरीबों और असहाय लोगों को टार्गेट करता था. उसे पैसे का प्रलोभन और मुकदमे में फंसाने कि धमकी देकर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाता था. इस गैंग में छांगुर बाबा के अलावा महबूब, पिंकी हरिजन, हाजिरा शंकर, एमेन रिजवी (कथित पत्रकार), सगीर और नीतू रोहरा शामिल थे. पुलिस ने आजमगढ के देवगांव थाना में सभी के खिलाफ केस दर्ज किया है. छांगुर बाबा फरार है, पुलिस उसकी तलाश में जुटी है.



