राजभर का ऐलान- मऊ सीट पर मेरी पार्टी ही लड़ेगी चुनाव, अंसारी परिवार को नहीं दूंगा टिकट
सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने मऊ विधानसभा सीट पर अपनी ही पार्टी को चुनावी मैदान में उतारने का ऐलान किया है. इसके साथ ही उन्होंने ये भी फैसला किया है कि वे इस सीट पर होने वाली उपचुनाव में अंसारी परिवार के सदस्य को अपनी उम्मीदवार नहीं बनाएंगे.
यूपी सरकार के मंत्री और सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने अब्बास अंसारी मामले में बड़ा फैसला लिया है और मऊ विधानसभा सीट पर अपनी पार्टी से उम्मीदवार उतारने की जिद ठान ली. राजभर ने ऐलान किया है कि मऊ विधानसभा सीट पर अब उनकी ही पार्टी चुनाव लड़ेगी. लेकिन उन्होंने ये भी फैसला लिया है कि वे मई मऊ सीट पर अंसारी परिवार को अपनी पार्टी से टिकट नहीं देंगे. इसके लिए वे कोई नया उम्मीदवार चुनेंगे और मऊ सीट पर चुनावी मैदान में उतारेंगे.
सुभासपा अध्यक्ष राजभर ने अब्बास अंसारी मामले में कहना है कि पहले भी मऊ सदर की सीट सुभासपा की ही रही है. 2017 में सुभासपा मऊ सदर में दूसरे स्थान पर थी और 2022 में सुभासपा ने मऊ सीट पर जीत हासिल की थी. उन्होंने कहा कि अब्बास को एमपी-एमएलए कोर्ट ने दो वर्ष की सजा सुनाई है. अब सुभासपा अपने को बचाने के लिए हाई कोर्ट तक जाएगी और अगर चुनाव लड़ने की संभावना बनी. तो सुभासपा एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) से बात करके अपना नया उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारेगी.
कैसा रहा मऊ सीट का इतिहास
मऊ विधानसभा सीट के इतिहास की बात करें तो यहां पर किसी एक पार्टी की सीट कभी नहीं रही है. यहां की जनता इस सीट पर अलग-अलग पार्टी के हाथ में सत्ता सौंपती रहती है. लेकिन इस सीट पर सबसे अधिक अंसारी परिवार का कब्जा रहा है. क्योंकि यहां की जनता पहले पार्टी नहीं बल्कि अंसारी परिवार का उम्मीदवार देखती रही है और वोट देती रही. ऐसे ही साल 2022 में जनता ने सुभासपा के उम्मीदवार अब्बास अंसारी को जिताया था.
राजभर अंसारी परिवार को नहीं देना चाहते सीट
सुभासपा अध्यक्ष राजभर का कहना है कि मऊ सीट पर भाजपा भी इस सीट पर जीत हासिल करने के लिए कई बार प्रयास कर चुकी है. लेकिन इस सीट पर भाजपा को हमेशा हार का ही सामना पड़ा. अब अंसारी को सजा होने के बाद मऊ सीट पर फिर से उपचुनाव होने जा रहा है तो राजभर इस सीट पर अपनी पार्टी से उम्मीदवार उतारने का दावा कर रहे हैं, लेकिन इस बार वे अंसारी परिवार को सीट नहीं देना चाहते हैं. वह इस बार अपनी पार्टी से उम्मीदवार को खड़ा करके आजमाना चाहते हैं कि वह इस सीट जीत पाते हैं या नहीं.