सरफराज वारसी बाराबंकी में रिपोर्टर हैं. वह 20 वर्षों से पत्रकारिता में हैं और उनकी साल 2015 में मैगी वाली स्टोरी काफी वायरल हुई थी. इसकी वजह से मैगी पर देश में प्रतिबंध भी लगा था. उस खबर को सबसे पहले सरफराज ने ही बाराबंकी में ब्रेक किया था. वह हमेशा अपने काम को प्राथमिकता देते हैं और जनसरोकार के मुद्दे को प्रमुखता से उठाने की कोशिश करते हैं.
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में लोधेश्वर महादेव मंदिर में एक दलित युवक की पिटाई का मामला सामने आया है. युवक ने पूजा में शामिल होने से रोकने और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने का आरोप लगाया है, जबकि पुजारी ने युवक पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है. पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर मामला दर्ज कर दो लोगों को गिरफ्तार किया है.