‘मैं जिंदा हूं, मुहर्रम पर आऊंगा घर…’ जिसको दफनाकर लौटा परिवार, उसका आया कॉल
उत्तर प्रदेश के औरैया में नूर मोहम्मद नामक एक युवक को दो दिन पहले मृत घोषित कर दफना दिया गया था. अब उसी नूर मोहम्मद ने अपने परिवार को वीडियो कॉल कर अपने जिंदा होने की जानकारी दी है. कहा है कि वह मुहर्रम पर घर आएगा. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि वो कौन था, जिसकी शिनाख्त नूर मोहम्मद के रूप में हुई थी.
उत्तर प्रदेश के औरैया में एक हैरान करने वाली घटना हुई है. यहां एक युवक का फोन आने से ना केवल उसके परिवार के लोग, बल्कि पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी हैरान और परेशान हैं. दरअसल, जिस युवक ने फोन किया है, उसका दो दिन पहले ही लावारिश हालत में शव मिला था. इसके बाद परिवार ने उसकी शिनाख्त की और फिर शव कब्रिस्तान में ले जाकर कफन दफन भी कर दिया गया. अब परिवार के लोग 40वें की तैयारी में जुटे थे. इसी बीच युवक ने वीडियो कॉल पर अपने भाई से बात की. कहा कि वह मुहर्रम में घर आ रहा है.
मामला औरैया के सदर कोतवाली क्षेत्र में पुरवा रहट गांव का है. पुलिस के मुताबिक यहां रहने वाला युवक नूर मोहम्मद मुंबई में रहकर किसी प्राइवेट फर्म में नौकरी करता है. बीते 27 जून को एक अयाना थाना क्षेत्र में एक लावारिश शव मिला था. स्थानीय लोगों ने बताया कि यह युवक तीन दिन से गांव में लावारिश घूम रहा था. उस समय पहचान नहीं हुई तो पुलिस ने शव के पोस्टमार्टम और पहचान के लिए पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया. उसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी डाल दी.
40वें की तैयारी में था परिवार
इन तस्वीरों को देखने के बाद सेंगनपुर गांव के लोग पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और शव की शिनाख्त नूर मोहम्मद के रूप में कर दी. इसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराया. फिर परिवार के लोग शव लेकर घर आए और जरूरी परंपरा के मुताबिक कब्रिस्तान में शव का कफन दफन कर दिया. वहां से घर लौटने के बाद परिवार के लोग उसके 40वें की तैयारी में जुट गए. इतने में नूर मोहम्मद ने रिश्ते में भाई और गांव के ही एक व्यक्ति को वीडियो कॉल किया. इसमें उसने ना केवल खुद को जिंदा होने की बात कही, बल्कि यह भी बताया कि वह मोहर्रम पर घर आएगा.
वो कौन था, जिसका कफन दफन हुआ?
यह खबर परिजनों को मिली तो वह पहले हैरान तो हुए, लेकिन बाद में सभी खुश हो गए. इतने में यह खबर सुनकर पुलिस वहां पहुंच गई. अब पुलिस के सामने दुविधा की स्थिति बन गई है. पुलिस के मुताबिक यदि नूर मोहम्मद जिंदा है तो वो कौन था, जिसका नूर मोहम्मद के रूप में पहचान होने के बाद कफन दफन हुआ.क्षेत्राधिकारी अजीतमल महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि परिजन ने हमशक्ल होने के चलते भूलवश गलत शिनाख्त की थी. अब मामले की जांच आगे बढ़ाने के लिए नूर मोहम्मद के गांव लौटने का इंतजार किया जा रहा है.