अयोध्या में फिर से उत्सव, 5000 महिलाएं करेंगी पीएम मोदी का स्वागत, 8 जोन में सजाया गया रामपथ

अयोध्या में राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वज फहराया जाना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वागत की तैयारियां अंतिम चरण में हैं. इसको लेकर रामपथ को सजा दिया गया. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साकेत महाविद्यालय से निकलने वाले रोड के दौरान 5000 महिलाएं उनका स्वागत करेंगी.

अयोध्या राम मंदिर ध्वजारोहण Image Credit:

श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के बाद अब पहली बार शिखर पर भगवा ध्वज फहराने का ऐतिहासिक क्षण कल 25 नवंबर को आने वाला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण करेंगे. इसके साथ ही साकेत महाविद्यालय से राम मंदिर तक भव्य रोड शो में भी हिस्सा लेंगे. इस दौरान अलग-अलग स्वयं-सहायता समूहों की करीब 5 हजार महिलाएं पारंपरिक थाली-आरती लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करेंगी.

रामपथ को 8 जोन में सजाया गया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वागत तैयारियां अब अंतिम चरण में है. रामपथ के एक किलोमीटर को 8 जोन में बांट दिया गया है. हर जोन में सैंकड़ों महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में थाली, आरती, फूल-माला लेकर पीएम नरेंद्र मोदी के स्वागत के लिए खड़ी होंगी. सबसे अधिक 1500 महिलाएं जोन-8 (खटीक समाज की भूमि) में और 1200 महिलाएं जोन-4 (अरुंधती पार्किंग के पास) में रहेंगी. साथ ही हजारों संत वैदिक मंत्रोच्चार, शंखनाद और घंटा-घड़ियाल की ध्वनि से प्रधानमंत्री का अभिनंदन करेंगे.

पीएम मोदी का आना सौभाग्य की बात

विधायक वेद प्रकाश गुप्त ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आना हमारे लिए सौभाग्य की बात है. उनका स्वागत हम अयोध्या की आध्यात्मिक परंपरा और सनातन संस्कृति की दिव्यता के साथ करेंगे. संतों की उपस्थिति इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाएगी. महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव ने बताया कि संतों के लिए विशेष स्थान चिह्नित कर दिए गए हैं. बीजेपी के कार्यकर्ताओं को भी स्वागत के लिए अहम जिम्मेदारियां दे दी गई हैं.

साकेत महाविद्यालय से होगा रोड शो

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 नवंबर की सुबह हेलीकॉप्टर से साकेत महाविद्यालय पहुंचेगे. इसके बाद प्रधानमंत्री का रोड शो शुरू होगा. फिर वह रामलला के दर्शन के बाद वह मंदिर के शिखर पर भगवा ध्वज फहराकर ध्वजारोहण समारोह का शुभारंभ करेंगे.

ध्वज का किया गया महापूजन

बता दें कि धव्जारोहण से पहले ध्वज का महापूजन किया गया. इस दौरान भव्य यज्ञकुंड में विष्णु सहस्रनाम और गणेश अथर्वशीर्ष के मंत्रों के बीच आहुतियां दी गईं. आचार्यों ने पंचगव्य, गंगाजल, पुष्पजल और सुगंधित द्रव्यों से ध्वज का अभिषेक किया. अक्षत-चंदन लगाकर, शंखनाद-घंटानाद के बीच ‘जय श्रीराम’ के जयघोष के साथ ध्वज को यज्ञवेदी पर विराजमान किया गया.