‘धीरेंद्र शास्त्री भी हजरत-ए-आदम की औलाद’, मौलाना शहाबुद्दीन रजवी का विवादित बयान
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर बड़ा पलटवार किया है. उन्होंने बागेश्वर बाबा को हजरत-ए-आदम की औलाद बताया है. साथ ही कहा कि पूरी इंसानियत उनकी औलाद है. चाहे कोई भी धर्म मानने वाला क्यों न हो. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा था कि भारत में नकली मुसलमान रहते हैं.

ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने रविवार को पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर विवादित बयान दिया है. मौलाना रजवी ने बागेश्वर बाबा पर निशाना साधते हुए कहा कि वह भी हजरत-ए-आदम की औलाद हैं. उन्होंने कहा कि दुनिया में सबसे पहले इंसान हजरत-ए-आदम आए थे और पूरी इंसानियत उनकी औलाद है.
उत्तर प्रदेश के बरेली में मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने धीरेंद्र शास्त्री पर यह तीखी प्रतिक्रिया दी है. बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा था कि भारत में नकली मुसलमान रहते हैं. असली मुसलमान विदेशों में हैं. इसपर पलटवार करते मौलाना रजवी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) लगातार यह दावा करता है कि भारत पहले से ही हिंदू राष्ट्र है. वहीं, धीरेंद्र शास्त्री अलग ही मुद्दा उठाते हैं.
‘फर्क करने का काम नकली लोग ही करते हैं’
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने बागेश्वर बाबा के बयान पर सवाल उठाते हुए कहा कि असली और नकली मुसलमान की पहचान आखिर कैसे और किस आधार पर की जाएगी, यह धीरेंद्र शास्त्री को साफ करना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि दुनिया में सबसे पहले इंसान हजरत-ए-आदम आए थे और पूरी इंसानियत उनकी औलाद है. चाहे कोई भी धर्म मानने वाला क्यों न हो, वह सब हजरत-ए-आदम की संतान हैं.
उन्होंने कहा, ‘धीरेंद्र शास्त्री भी हजरत-ए-आदम की औलाद हैं. हजरत-ए-आदम मुसलमान थे. अब उनकी औलादों को क्या कहेंगे और धीरेंद्र शास्त्री को क्या कहा जाएगा?’ मौलाना रजवी ने तंज कसते हुए कहा कि फर्क करने का काम हमेशा नकली लोग ही करते हैं. जो नकली होता है, वही असली-नकली का शोर मचाता है और ढोल बजाता है.असली लोग खामोश रहते हैं.
भारत के मुसलमान विदेशों से ज्यादा बेहतर- रजवी
मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने इस दौरान यह भी दावा किया कि भारत के मुसलमान शरीयत और इस्लाम के वसूलों पर सख्ती से अमल करते हैं. इसके उलट, विदेशों में मुसलमान इतनी पाबंदी नहीं बरतते. मौलाना रजवी के मुताबिक, यही वजह है कि यह बात धीरेंद्र शास्त्री को चुभती है और उनके दिल-दिमाग को खटकती है. अब आगे देखना है कि बाबा बागेश्वर इसपर क्या टिप्पणी करते हैं?