2 साल तक ट्रेन में बैठकर करता रहा ऐसा कांड… इटावा में 10वीं पास फर्जी लोको पायलट की करतूत जान रेलवे अधिकारी भी सन्न

इटावा में एक फर्जी लोको पॉयलट पकड़ा गया. वह ट्रेन में यात्रा के दौरान लोगों पर रेलवे में काम करने का रौब झाड़ता था. यहां तक उसने कई लोगों से ठगी की कोशिश की. लेकिन अब उसकी पोल खुल गई है. रेलवे पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है.

इटावा में फर्जी लोको पॉयलट गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के इटावा में एक फर्जी लोको पायलट पकड़ा गया. वह दो साल से रेलवे को चूना लगा रहा था और फ्री में ट्रेन की यात्रा कर रहा था. हालांकि, पूछताछ में उसने बताया कि वह किराये से बचने के लिए ऐसा करता है. लेकिन अंदेशा जताया जा रहा है कि इसके पीछे धोखाधड़ी और जालसाजी का बड़ा खेल हो सकता है.

फर्जी लोको पायलट की पहचान आकाश कुमार पुत्र राकेश कुमार के तौर पर हुई. वह कौशल्या नगर, फिरोजाबाद का रहने वाला है. युवक को जब पकड़ा गया तो उसने लोको पायलट की पूरी वर्दी पहन रखी थी. साथ ही गले में लोको पायलट का पहचान पत्र भी लगा रखा था. इसके अलावा अपनी वर्दी पर उसने नाम की पट्टी भी लगा रखी थी. उसके पास से लाल और हरी झंडियां, लॉगबुक और अन्य जरूरी सामान की भी बरामदगी हुई.

कैसे पकड़ा गया फर्जी टीटीई?

दरअसल, आकाश कालका नेता जी एक्सप्रेस (12312) ट्रेन के इंजन में बैठ कर सफर कर रहा था. इस दौरान ट्रेन के ड्राइवर को उसपर शक हुआ. उसने टूंडला हेडक्वार्टर को सूचना दी. फिर ट्रेन को इटावा रेलवे स्टेशन पर रोका गया. आरपीएफ की टीम ने उसकी तलाशी तब जाकर उसके फर्जी लोको पायलट होने की पोल खुल गई.

2 साल से फ्री में कर रहा था ट्रेन यात्रा

पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि उसका एक मित्र असली लोको पायलट है. उसकी नकल कर उसने वर्दी और नकली आईडी कार्ड बनवा लिया. इसकी मदद से वह पिछले 2 सालों से बिना किराए के ट्रेनों में सफर कर रहा था. आरोपी के मुताबिक उसका इरादा सिर्फ मुफ्त में ट्रेन यात्रा करने की थी.

कहीं धोखाधड़ी का बड़ा खेल तो नहीं

हालांकि, फर्जी लोको पायलट वाले इस मामले में कुछ अन्य जानकारियां भी सामने आ रही हैं. आरोपी सिर्फ 10वीं कक्षा तक पढ़ा है. अक्सर लोगों को यकीन दिलाता था कि वह रेलवे में काम करता है. खबर ये भी है कि इस दौरान उसने कई लोगों को नौकरी का झांसा देकर ठगने की कोशिश भी की है.

इससे पहले पकड़ा गया था फर्जी टीटीई

बता दें इस तरह की घटनाएं लगातार आ रही है. हाल ही में टूंडला में एक फर्जी टीटीई पकड़ा गया था और अब इटावा में फर्जी लोको पायलट मिला. यह रेलवे सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करता है. अब रेलवे का कहना है कि वे यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं और सेक्यूरिटी सिस्टम को और मजबूत करने की दिशा में कई कदम उठा रहे हैं.