रामायण थीम, मोशन चेयर और भूल-भूलैया.. गाजियाबाद में 22 हजार हेक्टेअर जमीन पर बनेगा पार्क
योगी सरकार गाजियाबाद में एक अनोखा रामायण थीम पार्क बना रही है. 27 करोड़ की लागत से बनने वाले इस पार्क में मिरर इमेज वाला भूल-भूलैया, बच्चों के झूले, मोशन चेयर और रामायण से जुड़ी रोचक जानकारियां मिलेंगी. ये पार्क एक साल में बनकर तैयार होगा. अधिकारियों के मुताबिक यहां प्रवेश के लिए मामूली टिकट चार्ज लगेगा ताकि कॉमन मैन भी आसानी से यहां टूर कर सके.
योगी सरकार गाजियाबाद के लोगों को जल्द ही एक शानदार तोहफा देने वाली है. गाजियाबाद विकास प्राधिकरण साहिबाबाद के कोयल एंक्लेव इलाके में एक अनोखा थीम पार्क बना रहा है. ये पार्क रामायण थीम पर आधारित होगा. इसमें मिरर इमेज वाला भूल-भूलैया, मोशन चेयर, और रामायण से जुड़ी जानकारियों को खास तरीके से दिखाया जाएगा. पार्क को करीब 27 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है. अधिकारियों के मुताबिक इसे एक साल के भीतर पूरा कर लिया जाएगा.
100 एकड़ में बनेगा भूल-भूलैया
ये पार्क 22,700 हेक्टेयर क्षेत्र में बनाया जा रहा है. इसे इस लिहाज से बनाया जा रहा है कि बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी इसका फायदा उठा सकें. यहां बच्चों के लिए खेल के पूरे इंतेजाम किए गए हैं, तो वहीं रामायण से जुड़ी कई रोचक जानकारियों को दिखाने के लिए खास तौर से डिजाइन किया गया है. सबसे खास बात ये है कि लखनऊ के मशहूर भूल-भूलैया की तर्ज पर यहां एक मिरर इमेज वाला भूल-भूलैया बनाया जा रहा है, जो करीब 100 एकड़ का होगा. इसमें एक बार अंदर जाने के बाद बिना गाइड के बाहर निकलना मुमकिन नहीं हो पाएगा.
मोशन चेयर कराएगी बदलते मौसम का एहसास
पार्क में मोशन चेयर भी लगाई जाएंगी, जिन पर बैठकर हर पल बदलते मौसम का एहसास किया जा सकेगा. ये तकनीक पार्क को और ज्यादा रोमांचक बनाने वाली है. पार्क के इंजीनियर मानवेंद्र कुमार सिंह के मुताबिक ये पार्क दिल्ली बॉर्डर के पास बनाया जा रहा है, जिससे दिल्ली एनसीआर से लोग आसानी से यहां घूमने आ सकेंगे. अधिकारियों के मुताबिक पार्क में एंट्री के लिए बेहद मामूली टिकट चार्ज रखा जाएगा ताकि किसी की जेब पर अतिरिक्त बोझ न बढ़े. हांलाकि भूल-भूलैया जैसी जगहों के लिए थोड़ा अतिरिक्त शुल्क भी देना पड़ सकता है. जानकारों की मानें तो ये पार्क न सिर्फ गाजियाबाद को नई पहचान देने वाला है, बल्कि सैलानियों के लिए घूमने का एक शानदार विकल्प भी साबित होने वाला है.