घोड़ा नाला, जिसकी वजह से रुक गया वाराणसी रोपवे का काम… एक्सपर्टस कर रहे जांच!

वाराणसी में पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी रोपवे का काम गोदौलिया के पास घोड़ा नाले की वजह से फिलहाल रोक दिया गया है. प्रोजेक्ट की मैनेजर पूजा मिश्रा ने बताया कि पाइलिंग के दौरान तेज रिसाव शुरू हुआ. हांलाकि इसकी जांच के लिए बुधवार को एक्सपर्ट टीम वाराणसी पहुंच रही है. खतरों को भांपते हुए आसपास के होटलों को खाली कराया जा रहा है.

रुक गया वाराणसी रोपवे का काम

पीएम नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट वाराणसी रोप-वे का काम फिलहाल रोंक दिया गया है. आखिर जिस वजह से ये प्रोजेक्ट कुछ दिनों के लिए रोकना पड़ा इसकी वजह है एक नाला. आखिर ये नाला रोप- वे के बीच इतनी बड़ी अड़चन कैसे बन गया,आपको सिलसिलेवार तरीके से बताते हैं. ये पूरा मामला गोदौलिया के पास दूध सट्टी इलाके का है, जहां सोमवार रात पिलर संख्या 29 की पाइलिंग के दौरान ज़मीन से अचानक पानी निकलने लगा. जिसके चलते काम रोकना पड़ गया. हांलाकि इसकी वजह तलाश करने के लिए एक्सपर्टस की टीम बुधवार को वाराणसी पहुंच रही है. इसके साथ ही लोगों का मानना है कि इतनी बड़ी मात्रा में पानी के रिसाव की वजह वहां एक पुराने नाले की मौजूदगी हो सकती जिसे शाही नाला या घोड़ा नाला के नाम से जाना है. फिलहाल इसे लेकर पूरी सावधानी बरती जा रही है.

200 साल पहले अंग्रेजो ने बनाया था घोड़ा नाला

प्रोजेक्ट की मैनेजर पूजा मिश्रा के मुताबिक, पाइलिंग के वक्त ज़मीन में से पानी रिसने लगा। इससे पहले भी एक बार पाइलिंग हो चुकी थी, लेकिन जब दूसरी बार काम शुरू हुआ और लगभग 7 मीटर तक खुदाई के बाद अचानक तेजी से पानी निकलने लगा. इसके बाद तुरंत काम रोक दिया गया. जलनिगम के अधिकारियों का मानना है कि यह घोड़ा नाला हो सकता है, जो एक ऐतिहासिक नाला है. ये करीब 200 साल पुराना ड्रेनेज सिस्टम का हिस्सा है. इसे अंग्रेज इंजीनियर जेम्स प्रिंसेप ने डिज़ाइन किया था।

एक्सपर्ट टीम हुई रवाना

अब इस मामले की पुष्टि के लिए दिल्ली से एक्सपर्ट टीम बुलाई गई है, जो बुधवार को जलनिगम अधिकारियों के साथ मौके पर जांच करेगी. जब तक टीम की रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक रोप- वे के पिलर संख्या 29 पर कोई काम नहीं होगा. बाकी गोदौलिया और अन्य तीन जगहों पर रोपवे का काम चल रहा है.

आसपास की इमारतों को भी खतरा

नाले के रिसाव के चलते वहां बने एक होटल और तीन अन्य बिल्डिंगो को भी नुकसान पहुचने का खतरा बढ़ गया है. इसीलिए प्रशासन ने इन इमारतों को सील करना शुरू कर दिया है. नगर आयुक्त अक्षत वर्मा के मुताबिक एक 6 मंजिला होटल को खाली कराने का आदेश दे दिया गया है.