प्रयागराज का UP शिक्षा चयन आयोग बन गया है नया धरना स्थल, अब PGT अभ्यर्थियों का प्रदर्शन शुरू
प्रयागराज में यूपी शिक्षा चयन आयोग अब धरने का नया ठिकाना बन गया है. लगातार डिले हो रही शिक्षक भर्ती परीक्षा को जल्द से जल्द कराने के लिए छात्र लगातार आयोग के बाहर धरना दे रहे हैं. कुछ दिनों पहले डीएलएड भर्ती को लेकर प्रदर्शन हुआ था और अब पीजीटी अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर धरने पर हैं. हांलाकि इसे लेकर आयोग की तरफ से कोई बयान नही आया है.
उत्तर प्रदेश का शिक्षा सेवा चयन आयोग प्रयागराज में एक के बाद एक धरने का अड्डा बनता जा रहा है. अभी कुछ वक्त पहले ही प्रतियोगी छात्रों ने डीएलएड की भर्ती को लेकर 14 दिनों तक धरना दिया था और अब टीजीटी- पीजीटी अभ्यर्थियों ने आयोग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. अभ्यर्थी आयोग से मांग कर रहे हैं कि जल्द टीजीटी- पीजीटी परीक्षा की तारीख तय की जाए और नई भर्तियों के विज्ञापन जारी किए जाएं. छात्रों का कहना है कि वे आयोग के रवैये से परेशान हो चुके हैं इसीलिए वे अपनी मांगो को लेकर आयोग के बाहर धरने पर बैठे हैं.
कई बार टल चुकी है परीक्षा
साल 2022 में अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में पीजीटी और टीजीटी के कुल 4163 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किये गए थे. इनमें 3539 पदों पर टीजीटी और 624 पदों पर पीजीटी के लिए शिक्षकों की भर्ती होनी थी, लेकिन दो साल गुजर जाने के बाद भी इनकी भर्ती के लिए परीक्षा नहीं कराई गई. इसी बीच पीजीटी की परीक्षा तीन बार और टीजीटी की परीक्षा दो बार कैंसिल हो चुकी है. 2025 में 18 और 19 जून को पीजीटी परीक्षा होनी थी, लेकिन आयोग ने इसे एक बार फिर किसी वजह से टाल दिया. बार- बार कैंसिल हो रही परिक्षाओं के चलते अभ्यर्थियों में भारी नाराज़गी देखने को मिल रही है.
नई तारीख की उम्मीद में हैं छात्र
अभ्यर्थियों का कहना है कि अब तक न तो पिछली भर्ती परीक्षाएं हो पाई हैं और न ही नई भर्तियों का कोई विज्ञापन आया है. आयोग की चुप्पी से वे बेहद निराश हैं. इस बार पीजीटी परीक्षा के लिए करीब 4.5 लाख और टीजीटी के लिए करीब 8.7 लाख छात्रों ने आवेदन किया है. लंबे समय से तैयारी कर रहे छात्रों का कहना है कि इस तरह की परिस्थितियां उनके लिए बेहद निराश करने वाली हैं. धरने पर बैठे अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द परीक्षा की तारीख फाइनल नहीं हुई तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा.
