पहले ब्याज पर दिए ₹30 लाख , फिर कराया चेक बाउंस… कांस्टेबल सहित 8 पर FIR

यूपी के गाजीपुर से एक पुलिसकर्मी और कारोबारी के बीच लाखों के लेनदेन को लेकर विवाद का मामला सामने आया है. आरोप है कि कांस्टेबल ने कारोबारी को करीब 30 लाख रुपये 10 फीसदी के ब्याज पर दिए. रकम चुकता कर देने के बावजूद पीड़ित के चेक को बाउंस करा दिया गया.

सैदपुर थाने का है मामला

पुलिस वालों की अवैध वसूली के मामले तो आपने खूब सुने होंगे लेकिन ताजा मामला है कांस्टेबल की सूदखोरी का. इस मामले में कांस्टेबल और उसकी पत्नी सहित कुल 8 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. मामला है गाजीपुर की सैदपुर कोतवाली इलाके का, यहीं के रहने वाले रवि गुप्ता मौजूदा समय में वाराणसी में रहते हैं. कोविड के दौरान अक्टूबर 2020 में उनका कारोबार घाटे में जा रहा था.

ऐसे में उन्होंने कांस्टेबल रणधीर सिंह से 30 लाख रुपए का कर्ज लिया. ये अमाउंट उनके खाते में ट्रांसफर किया गया. उसके बदले में चेक और स्टांप लिया गया. आरोप है कि इसी पैसे और ब्याज के नाम पर रणवीर सिंह ने फरवरी 2022 तक पीड़ित परिवार से करीब एक करोड़ रुपए की वसूली कर चुका है.

2 करोड़ रुपए की मांग

पीड़ित कारोबारी पक्ष का कहना है कि उसके पास इसका लेखा जोखा भी मौजूद है. आरोप है कि उससे 2 करोड़ रुपए की मांग की जा रही है. इसके साथ ही धमकी भी दी जा रही है. कारोबारी का कहना है कि उसने 30 लाख रुपये ब्याज सहित 2022 में चुकता कर दिए. इसके बावजूद व्यापारी के द्वारा सिग्नेचर कर दिया हुआ चेक वापस नहीं लिया गया. जिस पर पुलिस दंपति ने उस चेक पर 10 और 20 लाख रुपए की राशि भरकर चेक बाउंस करवाया और फिर व्यापारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया था.

8 लोगों पर FIR

वहीं अब इस पूरे मामले में आरोपी हेड कांस्टेबल रणधीर सिंह सहित आदित्य सिंह, चंद्रशेखर पांडे ,संतोष कुमार सिंह, विनय कुमार सिंह, रीना सिंह, देवेंद्र कुमार सिंह और शिवकुमार जायसवाल के खिलाफ 308 (2), 308(5), 316(2) ,316(5),319 (2), 318 (4), 338, 336 (3),340 (2 ),339, 229 ,3(5), 351 (3), 231 ,61 (2 )के तहत सैदपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है.