लखनऊ एयरपोर्ट पर तैनात होमगार्ड ने लगाई फांसी, एयर ट्रैफिक कंट्रोल उपकरणों की सुरक्षा की थी जिम्मेदारी

लखनऊ एयरपोर्ट पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल उपकरणों की सुरक्षा में तैनात होमगार्ड विक्रम सिंह ने संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगा ली. शिफ्ट बदलते समय उनका शव मिला, पुलिस मामले की जांच कर रही है. होमगार्ड कमांडेंट ने परिवार को 5 लाख रुपये और नौकरी देने का आश्वासन दिया है.

लखनऊ एयरपोर्ट पर होमगार्ड ने किया सुसाइड

लखनऊ एयरपोर्ट पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल उपकरणों की सुरक्षा में तैनात होमगार्ड ने संदिग्ध परिस्थिति में फांसी लगा ली है. इस होमगार्ड का शव गुरुवार की सुबह शिफ्ट चेंज करते समय मिला. इस होमगार्ड की पहचान इटावा के रहने वाले विक्रम सिंह के रूप में हुई है. इसकी ड्यूटी रात में थी. सुबह जब इसे रिलीव करने के लिए दूसरा होमगार्ड धर्मपाल पहुंचा तो विक्रम का शव फांसी के फंदे से लटकता मिला. उसने तुरंत मामले की जानकारी अधिकारियों को दी. इसके बाद मौके पर विक्रम के परिजन और होमगार्ड विभाग के अधिकारी पहुंचे और मामले की जांच पड़ताल की.

फिलहाल पुलिस ने होमगार्ड विक्रम का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. उधर, होमगार्ड कमांडेंट अमरेश सिंह ने घटना की जांच का आश्वासन देते हुए कहा कि विभाग मृतक के परिवार के साथ खड़ा है और आश्रित नियमावली के तहत परिवार के एक सदस्य को नौकरी और 5 लाख रुपये की अनुग्रह धनराशि दी जाएगी. परिजनों ने बताया कि विक्रम यहां सरोजनी नगर स्थित घर में अपने परिवार के साथ रह रहे थे.

8-8 घंटे की शिफ्ट में थी तैनाती

मौके पर पहुंचे होमगार्ड कमांडेंट अमरेश सिंह ने इस घटना पर दुख जताया. उन्होंने बताया कि होमगार्ड विभाग की ओर से एयरपोर्ट अथॉरिटी को 10 होमगार्ड दिए गए हैं. इनमें से तीन जवानों की ड्यूटी एयर ट्रैफिक कंट्रोल उपकरणों की सुरक्षा में थी. इन तीनों को 8-8 घंटे की शिफ्ट में लगाया जाता था. उन्होंने बताया कि बुधवार को शाम चार बजे से रात के 12:00 बजे तक होमगार्ड पवन गोस्वामी यहां ड्यूटी पर थे और इसके बाद विक्रम ने उसे रिलीव किया था. विक्रम को रात में 12 बजे से सुबह 8 बजे तक ड्यूटी करनी थी. इसके बाद धर्मपाल की ड्यूटी लगी थी.

सुबह 8 बजे हुआ खुलासा

कमांडेंट के मुताबिक सुबह 8 बजे धर्मपाल अपनी ड्यूटी पर पहुंचा और विक्रम को रिलीव करने गया तो देखा कि गेट अंदर से बंद है. उसने कई बार आवाज भी लगाई, लेकिन अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई तो उसे शक हुआ और तत्काल उसने पुलिस और कमांडेंट कार्यालय में सूचना दी. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस और अन्य प्रशासनिक टीम ने दरवाजा खुलवा कर विक्रम का शव कब्जे में लिया है. शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. उधर, घटना की जानकारी के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा है.