लखनऊ में 2504 एकड़ जमीन पर बसेगा नैमिष नगर, LDA ने शुरू की तैयारी; जानें क्या होगी खासियत
लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने लखनऊ में 2504 एकड़ में नैमिष नगर बसाने का फैसला किया है. यह परियोजना दो लाख से अधिक लोगों को आवास प्रदान करेगी और शहर के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगी. इसमें आवासीय योजनाओं के साथ-साथ उद्योग, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं का भी समावेश होगा. इस योजना में जमीन देने वाले किसानों को सर्किल रेट से चार गुना तक मुआवजा दिया जाएगा.

उत्तर प्रदेश सरकार भगवान राम से जुड़े प्रतीक चिन्हों को भुनाने की खूब कोशिश कर रही है. इसी क्रम में लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने राजधानी में नैमिष नगर बसाने का फैसला किया है. सीतापुर स्थित नैमिषारण्य के नाम पर बसाई जा रही यह कॉलोनी करीब 2504 एकड़ जमीन पर फैली होगी. इसमें सभी कैटेगरी की अवासीय योजनाएं होंगी. इनमें दो लाख से अधिक लोगों को अपना घर मिल सकेगा. इसके लिए शनिवार को ही एलडीए के अधिकारियों ने राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ बैठककर पूरा खाका तैयार किया है.
वैसे तो नैमिषारण्य राजधानी लखनऊ से करीब 80 किमी दूर सीतापुर में है. वाल्मिकी रामायण में प्रसंग आता है कि निर्वासन के बाद माता सीता ने इसी नैमिषारण्य में महर्षि वाल्मिकी आश्रम में वनवास काटा था और यहीं पर लव और कुश ने अयोध्या की सेना को पराजित किया था. इसी नैमिषारण्य के प्रतीक के तौर पर एलडीए ने लखनऊ सीतापुर बॉर्डर के पास नैमिष नगर बसाने का फैसला किया है. एससीआर में शामिल इस नैमिष नगर का विकास करीब 2504 एकड़ जमीन पर होगा. एलडीए के अधिकारियों ने इस कॉलोनी की बाउंड्री तय करने के लिए शनिवार को बीकेटी तहसील में राजस्व अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ मीटिंग की.
14 गांवों की जमीन पर बनेगा नैमिष नगर
इस मीटिंग में उन गांवों को चिन्हित किया गया जहां की जमीन का अधिग्रहण होना है. इसके लिए अधिकारियों ने किसानों को जागरुक करने की रणनीति बनाई. इस रणनीति के तहत इस कॉलोनी के डवलप होने से किसानों को होने वाले फायदे बताए जाएंगे. बैठक की अध्यक्षता एलडीए के संयुक्त सचिव सुशील प्रताप सिंह ने की. इस मौके पर एसडीएम बीकेटी सतीश त्रिपाठी, तहसीलदार, कानूनगो व लेखपाल समेत अन्य राजस्व कर्मी उपस्थित रहे. संयुक्त सचिव ने बताया कि बीकेटीमें सीतापुर रोड पर स्थित भौली, लक्ष्मीपुर, पूरब गांव, पुरवा, सैरपुर, फरूखाबाद, कोड़री भौली, कमलाबाद, कमलापुर, पलहरी, गोपरामऊ, बारूमऊ, धतिंगरा व सैदापुर की भूमि अधिग्रहित कर करीब 2504 एकड़ में नैमिष नगर विकसित किया जाएगा.
सर्किल रेट का चार गुना मिलेगा मुआवजा
उन्होंने बताया कि इस योजना में दो लाख से अधिक लोगों को आवासीय सुविधा मिलेगी. इसके अलावा शहर के उद्योग, स्वास्थ्य, शिक्षा व लॉजिस्टिक क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास होगा. इस योजना से राजधानी में बड़े निवेश और बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित होने की भी संभावना है. इस योजना को मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण योजना के तहत अंतिम रूप दिया जा रहा है. संयुक्त सचिव के मुताबिक इस योजना में जमीन देने वाले किसानों को मुआवजा सर्किल रेट की बढ़ी हुई दरों के आधार पर दिया जाएगा. यह मुआवजा ग्रामीण क्षेत्र में सर्किल रेट के चार गुना तो शहरी क्षेत्र में दोगुना होगा.



