राजभवन में बनेगी ‘स्पेस साइंस एंड इनोवेशन लैब’, बच्चे सीखेंगे रोबोटिक्स और AI ज्ञान

उत्तर प्रदेश के राजभवन में 'स्पेस साइंस एंड इनोवेशन लैब' बनेगी. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की पहल पर इस लैब की स्थापना होने जा रही है. लैब में बच्चे सैटेलाइट मॉडल, रोवर, ड्रोन और स्पेस मिशन सिमुलेशन जैसे नवाचार प्रोजेक्ट्स पर काम करेंगे. इस लैब का उद्घाटन 26 जनवरी 2026 को होगा.

समझौता ज्ञापन समारोह के दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल

उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की पहल पर राजभवन में ‘स्पेस साइंस एंड इनोवेशन लैब’ की स्थापना होगी. इसके लिए राजभवन और व्योमिका फाउंडेशन के बीच रविवार को समझौता ज्ञापन (MoU) संपन्न हुआ. इस लैब की स्थापना एचडीएफसी बैंक के कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) फंड से 12.5 लाख रुपये की लागत से होगी.

इस लैब का उद्घाटन आगामी 26 जनवरी 2026 को राजभवन परिसर में निर्माणाधीन आदर्श विद्यालय के साथ किया जाएगा. इस पहल का उद्देश्य राजभवन परिसर स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय के बच्चों में अंतरिक्ष विज्ञान, रोबोटिक्स, ड्रोन तकनीक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), खगोल विज्ञान और सैटेलाइट टेक्नोलॉजी के प्रति रुचि जगाना है.

‘यह लैब बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से जोड़ेगी’

रविवार को समझौता ज्ञापन (MoU) साइन किया गया. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इस अवसर पर कहा, ‘छोटे बच्चों में अपार संभावनाएं और अद्भुत प्रतिभा छिपी है. हमारा कर्तव्य है कि उनकी इस जिज्ञासा को सही दिशा दें. यह लैब बच्चों को विज्ञान की व्यावहारिक समझ देगी, जो उनके आत्मविश्वास और रचनात्मकता को बढ़ाएगी.’

उन्होंने जोर देकर कहा कि स्पेस टेक्नोलॉजी भविष्य का युग है और भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए बच्चों को इस क्षेत्र में प्रशिक्षित करना जरूरी है. राज्यपाल ने एचडीएफसी बैंक की सराहना करते हुए कहा, ‘निजी क्षेत्र की ऐसी पहलें शिक्षा में सकारात्मक बदलाव ला रही हैं. यह लैब बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से जोड़ेगी.’

‘…तो मैं खुद उसके घर जाकर कारण पूछूंगी’

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अधिकारियों को लैब का निर्माण समय पर पूरा करने के निर्देश दिए. साथ ही विद्यालय परिसर में एक सुंदर गार्डन भी विकसित करने की बात कही है. राज्यपाल ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा, ‘हम आपको अवसर और सुविधाएं दे रहे हैं, लेकिन पढ़ाई और मेहनत आपकी जिम्मेदारी है. जीवन में बड़ा हासिल करने के लिए पढ़ाई को गंभीरता से लें.’

उन्होंने अध्यापकों और अभिभावकों से अपील की कि वे बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करें और उन्हें नशे व गलत संगति से दूर रखें. उन्होंने कहा, ‘अगर कोई बच्चा लगातार अनुपस्थित रहता है, तो मैं स्वयं उसके घर जाकर कारण पूछूंगी.’ उन्होंने विद्यालय में प्रतिदिन प्रार्थना सभा के बाद महात्मा गांधी की आत्मकथा का एक अध्याय पढ़ाने की अपील की.

आदर्श विद्यालय को मिली 10वीं तक की मान्यता

राजभवन परिसर के उच्च प्राथमिक विद्यालय को अब कक्षा 10 तक की मान्यता मिल गई है. जल्द ही नामांकन शुरू होंगे, और बच्चों की सुविधा के लिए स्कूल वैन की व्यवस्था भी की जाएगी. साथ ही, जिन बच्चों ने 8वीं के बाद अन्य स्कूलों में दाखिला लिया, उनके लिए भी HDFC बैंक के सहयोग से स्मार्ट क्लासेज और कंप्यूटर क्लासेज की सुविधा उपलब्ध होगी.

राज्यपाल ने बताया कि राजभवन के अधिकारियों और कर्मचारियों की पहल से विद्यालय में नामांकन बढ़ा है. वर्तमान में बच्चों की फीस राजभवन वहन कर रहा है, जिससे सभी बच्चे मनोयोग से पढ़ाई कर रहे हैं. बच्चों को स्केटिंग, खेल-कूद और अन्य कौशल गतिविधियों में भी प्रशिक्षित किया जा रहा है. उन्होंने शिक्षा के साथ नैतिकता का पाठ पढ़ाने की भी अपील की.