बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती को लेकर बीजेपी अनुसूचित जनजाति मोर्चा की बैठक, जिला स्तर पर होंगे कई कार्यक्रम
उत्तर प्रदेश में भाजपा जनजातीय समुदाय के सशक्तिकरण और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा दे रही है. रानी दुर्गावती जयंती पर राष्ट्र निर्माण का संकल्प लिया गया, जबकि बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती 'जनजातीय गौरव वर्ष' के रूप में मनाई जाएगी. 15 अक्टूबर से 15 नवंबर तक भाजपा विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करेगी.

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उत्तर प्रदेश में जनजातीय समुदाय के सशक्तिकरण की दिशा में एक और कदम बढ़ाया है. रविवार को लखनऊ में प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर अनुसूचित जनजाति मोर्चा की बैठक आयोजित की गई. इसमें प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने आगामी कार्ययोजना को लेकर कार्यकर्ताओं को दिशा-निर्देश दिए.
वीरांगना रानी दुर्गावती की जन्म जयंती पर श्रद्धांजलि के साथ शुरू हुई इस बैठक में जनजातीय गौरव दिवस को जिला स्तर पर भव्य रूप से मनाने की रणनीति पर चर्चा हुई. धर्मपाल सिंह ने वीरांगना रानी दुर्गावती के साहस, नेतृत्व और मातृभूमि के प्रति समर्पण को याद करते हुए कहा, ‘उनका जीवन हमें राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करता है. उनकी जयंती पर हम संकल्प लें कि अंतिम सांस तक मातृभूमि के लिए समर्पित रहेंगे.’
बिरसा मुंडा के योगदान को जन-जन तक पहुंचाने की अपील
भाजपा प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि इस संकल्प को जनजातीय समुदाय के बीच ले जाकर उनके आर्थिक और सामाजिक उत्थान को गति दी जाए. बैठक में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती को ‘जनजातीय गौरव वर्ष’ के रूप में मनाने की योजना पर विशेष जोर रहा.
धर्मपाल सिंह ने बताया कि 15 अक्टूबर से 15 नवंबर तक भाजपा विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए बिरसा मुंडा के जीवन, उनके बलिदान और मातृभूमि के प्रति उनके योगदान को जन-जन तक पहुंचाएगी. जिला स्तर पर आयोजित होने वाले ये कार्यक्रम समावेशी होंगे, जिनमें जनजातीय समुदाय के साथ अन्य वर्गों को भी जोड़ा जाएगा.
15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाएगा
धर्मपाल सिंह ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में स्थापित किया, जो हमारे समुदाय के गौरव को राष्ट्रीय मंच प्रदान करता है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने जनजातीय इतिहास को संरक्षित करने के लिए देशभर में संग्रहालयों का निर्माण शुरू किया है.
उन्होंने कहा कि ये संग्रहालय विश्व को जनजातीय समुदाय के शौर्य, पराक्रम और सांस्कृतिक योगदान से परिचित कराएंगे. इसके अलावा, वनधन योजना, जनजातीय उत्पादों के लिए वैश्विक बाजार, और बांदा मेडिकल कॉलेज का नाम रानी दुर्गावती के नाम पर रखने जैसे कदम सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं.
सीएम योगी की योजनाओं को हर घर तक पहुंचाना
धर्मपाल सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में जनजातीय समुदाय की आर्थिक, शैक्षिक, सामाजिक और राजनीतिक भागीदारी को बढ़ाने के लिए कई योजनाएं लागू की गई हैं. हमें इन योजनाओं को जनजातीय बस्तियों तक ले जाना है और सरकार की उपलब्धियों को हर घर तक पहुंचाना है.
बैठक में भाजपा के कई वरिष्ठ पदाधिकारी रहे मौजूद
बैठक में मोर्चा के प्रदेश प्रभारी, उपाध्यक्ष ब्रज बहादुर, प्रदेश मंत्री व सहप्रभारी शंकर लोधी, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय गोंड, प्रदेश महामंत्री विद्या भूषण सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारी और जिला-क्षेत्रीय अध्यक्ष मौजूद रहे. धर्मपाल सिंह ने कार्यकर्ताओं को जमीनी स्तर पर सक्रियता बढ़ाने और जनजातीय समुदाय के बीच सरकार की योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया.
संगठनात्मक जोश और राजनीतिक रणनीति
यह बैठक केवल संगठनात्मक स्तर पर ही नहीं, बल्कि राजनीतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है. उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, और भाजपा जनजातीय समुदाय को अपने पक्ष में मजबूत करने की रणनीति पर काम कर रही है. वीरांगना रानी दुर्गावती और भगवान बिरसा मुंडा जैसे प्रतीकों के जरिए पार्टी सांस्कृतिक गौरव और समावेशी विकास के एजेंडे को जोर-शोर से उठा रही है.